फाइलें रिकॉर्ड रूम के बजाय एजेंटों के पास
परिवहन विभाग में अफसरों की नाक के नीचे ऐवजी और एजेंट के बीच दोस्ती का खेल खुलेआम चलता है। यही वजह है कि जो फाइलें विभाग के रिकॉर्ड रूम में होना चाहिए, वे एजेंट्स के आफिसों की शोभा बढ़ाती है। एजेंट्स भी अपने ग्राहक इधर-उधर नहीं लाएं, इसके चलते फाइलें अपने पास ही रख लेते हैं, जबकि नियमानुसार फाइलें रिकॉर्ड रूम में जमा होना चाहिए। यहां फाइलों का कोई रिकॉर्ड मेनटेन नहीं होता है। इसी का फायदा, ऐवजी और एजेंट उठाते हैं।
परिवहन विभाग में अफसरों की नाक के नीचे ऐवजी और एजेंट के बीच दोस्ती का खेल खुलेआम चलता है। यही वजह है कि जो फाइलें विभाग के रिकॉर्ड रूम में होना चाहिए, वे एजेंट्स के आफिसों की शोभा बढ़ाती है। एजेंट्स भी अपने ग्राहक इधर-उधर नहीं लाएं, इसके चलते फाइलें अपने पास ही रख लेते हैं, जबकि नियमानुसार फाइलें रिकॉर्ड रूम में जमा होना चाहिए। यहां फाइलों का कोई रिकॉर्ड मेनटेन नहीं होता है। इसी का फायदा, ऐवजी और एजेंट उठाते हैं।
ऐवजी के पास हर फाइल की कीमत तय
परिवहन विभाग की हर शाखा में ऐवजी मौजूद हैं। लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन से लेकर अन्य सभी शाखाओं में बगैर ऐवजी कोई काम नहीं होता। रिकॉर्ड रूम में मौजूद ऐवजी का हर फाइल पर ५० रुपए फिक्स है। इसके अलावा जैसा काम वैसा दाम भी तय हैं। बड़ी बात है कि रिकॉर्ड जैसी महात्वपूर्ण शाखा में ऐवजी खुलेआम फाइलों के लिए राशि ही नहीं लेते, ठप्पे से बैठकर काम भी कर रहे हैं।
परिवहन विभाग की हर शाखा में ऐवजी मौजूद हैं। लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन से लेकर अन्य सभी शाखाओं में बगैर ऐवजी कोई काम नहीं होता। रिकॉर्ड रूम में मौजूद ऐवजी का हर फाइल पर ५० रुपए फिक्स है। इसके अलावा जैसा काम वैसा दाम भी तय हैं। बड़ी बात है कि रिकॉर्ड जैसी महात्वपूर्ण शाखा में ऐवजी खुलेआम फाइलों के लिए राशि ही नहीं लेते, ठप्पे से बैठकर काम भी कर रहे हैं।