टॉप पर रहने का जुनून रखता है आगे
1977 में गुजरात से इंदौर तक का सफर आसान था लेकिन इंदौर में टिके रहने का बेहद मुश्किल था। ऐसे में पिता का साया जल्दी उठ गया तो बड़े भाई ने संभाला। हमने अपनी शुरुआत पाइप इंडस्ट्री से की थी। उस वक्त हम भारत में टॉप 3 तक की पोजिशन बनाने में सफल रहे। फिर ट्रेक्टर और आयशर में हाथ आजमाएं यहां भी सफलता हासिल कर ली। यहीं से जुनून शुरु हुआ हमेशा टॉप पर रहने का।
1977 में गुजरात से इंदौर तक का सफर आसान था लेकिन इंदौर में टिके रहने का बेहद मुश्किल था। ऐसे में पिता का साया जल्दी उठ गया तो बड़े भाई ने संभाला। हमने अपनी शुरुआत पाइप इंडस्ट्री से की थी। उस वक्त हम भारत में टॉप 3 तक की पोजिशन बनाने में सफल रहे। फिर ट्रेक्टर और आयशर में हाथ आजमाएं यहां भी सफलता हासिल कर ली। यहीं से जुनून शुरु हुआ हमेशा टॉप पर रहने का।
मैंने खुद से ही प्रतियोगिता करनी शुरु कर दी। अपनी कामयाबी के कीर्तीमान तोड़ना मेरा सपना था। इस सपने को साकार करने की एक ही कुंजी थी, ग्राहकों के जूते में अपना पैर डालना। ग्राहकों का नजरियां समझा। उनकी हर शिकायत को दूर कर उन्हें संतुष्ट किया। व्यापार की पहली शर्त है कमिटमेंट, वह मेरा अपने ग्राहक, डीलर, कलीग सभी से है। इसी जुनून और प्रतिबद्धता ने हमें हमेशा टॉप पर रखा।
अरविन्द पटेल
मैनेजिंग डायरेक्टर, पटेल मोटर्स
अरविन्द पटेल
मैनेजिंग डायरेक्टर, पटेल मोटर्स