इंदौर. बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार दशहरा 5 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इसको लेकर शहर में अलग-अलग स्थानों पर रावण दहन की तैयारी शुरू हो गई है। 51 से 100 फीट से ज्यादा ऊंचे रावण के पुतले बनने लगे हैं। कई जगह आयोजन को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस बार लंपी वायरस रावण का दहन वैक्सीन रूपी मशाल से किया जाएगा और गोरक्षा का संदेश देंगे।
दशहरे पर रावण के पुतलों का दहन होगा। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। शहर में दशहरा मैदान, चिमन बाग, छावनी, तिलक नगर, कालानी नगर, नगर निगम मुख्यालय के गेट पर और विजय नगर में जहां 100 फीट से ऊंचे रावण का दहन होता है, वहीं कॉलोनी-मोहल्लों के चौराहों पर भी रावण का दहन होता है। इसको लेकर पुतले बनाने का काम शुरू हो गया है। साथ ही दुकानों पर तैयार पुतले अलग बिक रहे हैं।
दशहरा मैदान पर इस बार जहां 111 फीट ऊंचे रावण का दहन किया जाएगा, वहीं निगम मुख्यालय के गेट पर गायों में बीमारी फैलाकर मौत के आगोश में सुलाने वाले लंपी वायरस रावण का दहन होगा। संस्था सूर्य मंच के बैनर तले और संयोजक सन्नी पठारे के नेतृत्व में लंपी वायरस रावण का दहन वैक्सीन रूपी मशाल से किया जाएगा। गोमाता की रक्षा का संदेश दिया जाएगा। संस्था हर वर्ष दशहरे पर रावण दहन की जगह सामाजिक बुराइयों, अत्यचारियों, दुराचारियों, दुष्कर्मियों का पुतला जलाते आई है। इस बार लंपी वायरस का रावण जलाया जा रहा है। रावण दहन के पश्चात हिन्दू रीति के अनुसार 151 किलो गिलकी के भजिए का प्रसाद वितरण किया जाएगा।