इसी कड़ी में इंदौर में कांग्रेस पार्टी ने ‘वोट फॉर नोटा’ अभियान को लेकर एक ऑटो के पीछे पोस्टर चिपकाया था। इसे बीजेपी नेताओं ने फाड़ दिया। इसका एक वीडियो कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया शेयर भी किया गया है। साथ ही, लिखा गया है कि ‘भाजपा नेता क्यों घबरा गए हैं ? NOTA से सब मिलकर इंदौर में जनता की आवाज को दबाने में लगे हैं। निर्वाचन आयोग जनता को दिए गए अधिकार को खत्म कर रही है। जनता जाग चुकी है, नोटा दबा कर रहेगी।’
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वायरल हो रहा ये वीडियो
मध्य प्रदेश कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता विवेक खंडेलवाल का कहना है कि पहले कांग्रेस प्रत्याशी का हरण किया। लोकतंत्र की हत्या की। अब इंदौर की जनता को संवैधानिक अधिकार नोटा दबाने का मन बना चुका है, तो फिर आम जनता को अपने मत का अधिकार का उपयोग करने से रोकने की खुली मुहिम चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि, भाजपा ने मान लिया है कि इंदौर में नोटा ही नंबर-1 आएगा। इसलिए क्या इंदौर जैसे शहर में इस बार चुनाव में जनता को मतदान केंद्र तक भी भाजपाई पहुंचने देंगे की नहीं ? जनता के अधिकार की हत्या मत करो। अपने प्रत्याशी के काम के आधार पर वोट मांगने की ताकत भाजपा खो चुकी है। मोदी मैजिक भी गायब हो चुका है। इसलिए भाजपा डरी हुई है। यह भी पढ़ें- कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव चरणजीत सिंह सपरा का अजीब बयान, बोले- ‘जो कायर थे वो संघ में गए, जो बहादुर थे वो जंग में..’, VIDEO
आखिर क्यों यहां हो रहा NOTA का समर्थन
इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने 29 अप्रैल को अपना नामांकन फॉर्म वापस ले लिया। अक्षय बम विधायक रमेश मेंदोला के साथ फॉर्म वापस देने आए थे। इसके कुछ देर बाद ही वो भाजपा में शामिल भी हो गए। तभी से इंदौर लोकसभा सीट पर सियासी घमासाम मचा हुआ है। यह भी पढ़ें- Big Attack on Jawaharlal Nehru : ‘नेहरू जी के कपड़े धोने बाहर से लाया जाता था पानी’, दिग्गज नेता का बड़ा दावा