एरोड्रम इलाके के पैरेडाइज बार में 23 जुलाई को शराब पीने के बाद अगले दिन सागर की मौत हुई थी लेकिन उसका पोस्टमार्टम नहीं हुआ। बाद मेें शिशिर व रिंकू की तबीयत खराब हुई। रिंकू निजी अस्पताल में भर्ती है जबकि अभिषेक की मौत हो गई। पुलिस ने शिशिर के विसरे को जांच के एफएसएल राऊ लैब भेजा था। रिपोर्ट मेें उसके शरीर में मिथाइल अल्कोहल मिलने की पुष्टि हुई है। इसी तरह 25 जुलाई को मरीमाता चौराहे के पास सागर बार में शराब पीने वाले सचिन गुप्ता निवासी सुखदेव नगर की भी अगले दिन मौत हुई। उसके विसरे में भी यहीं बात सामने आई है। पुलिस ने मृतक के परिजन व दोस्तों के बयान लिए। एसपी पश्चिम महेशचंद्र जैन के मुताबिक, मृतकों की विसरा रिपोर्ट में ईथाइल अल्कोहल व मिथाईल अल्कोहल पाए जाने से यह प्रमाणित पाया गया कि पेराडाईज बार तथा सपना बार के संचालक द्वारा नकली व जहरीली शराब उक्त मृतकों को पिलाई गई , जिसके कारण ही उनकी मृत्यू हुई। इस आधार पर पुलिस ने धारा 304,328 भादवि एवं 49 क आबकारी एक्ट का केस दर्ज किया है।
एएसपी डॉ. प्रशांत चौबे व सीएसपी जयंतसिंह राठौर के मुताबिक, एरोड्रम पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद पैरेडाइज बार के संचालक योगेश उर्फ योगी यादव, सपना बार के संचालक विकास बरेडिया, योगेश के ड्राइवर प्रवीण यादव निवासी न्यू गोविंद कॉलोनी, पंकज पिता धनप्रकाश सूर्यवंशी निवासी वाल्मिकी नगर बाणगंगा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि दोनों बार संचालकों ने पंकज सूर्यवंशी से सस्ते के लालच में रॉयल स्टैग शराब की बोतल खरीद ली थी जो युवकों ने पी। चूंकि वह शराब नकली व जहरीली थी इसलिए उनकी मौत हो गई।