नवाचारों के कारण इंदौर छह बार से स्वच्छता में नंबर वन है। अब एक अन्य नवाचार कर यहां प्लास्टिक की रोड बनाई जा रही है। इंदौर में स्वच्छता अभियान के तहत भारी मात्रा में प्लास्टिक इकट्ठा किया जाता है। इसमें हर तरह की बॉटल, कंटेनर समेत सिंगल यूज प्लास्टिक होता है। प्राथमिक तौर पर इसका उपयोग सर्विस रोड और मुख्य सड़क की सबसे निचली लेयर में उपयोग करने पर विचार किया जा रहा है।
नगर निगम अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा ने बताया कि ट्रेंचिंग ग्राउंड पर प्लास्टिक अलग-अलग किया जाता है। सड़क निर्माण में डिस्पोजल को छोड़कर पॉलीथिन समेत सभी तरह का प्लास्टिक उपयोग होता है। सड़क निर्माण में चूरी-डामर का उपयोग किया जाता है। अब प्लास्टिक इस्तेमाल होगा। डामर में 0.5 प्रतिशत प्लास्टिक मिलाया जाएगा। बताया जाता है कि सड़क निर्माण में करीब 10 प्रतिशत तक डामर की बचत होगी।
प्रोजेक्ट मैनेजर चंदन पटेल बताते हैं कि डामर के साथ प्लास्टिक का निर्धारित मात्रा में सड़क निर्माण में उपयोग किया जाता है। इससे डामर की आवश्यकता कम हो जाती है। डामर क्रूड ऑयल से बनता है, जिसकी कमी होती है। प्लास्टिक की वजह से क्रूड ऑयल कम उपयोग होगा।
सिंगल यूज प्लास्टिक से बनेगी सड़क, दौड़ेंगे वाहन
एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल के अनुसार एनएचएआइ इंदौर-हरदा और इंदौर-ऐदलाबाद हाइवे की सर्विस रोड पर प्लास्टिक का उपयोग करेगा। कुछ सड़कों पर पहले ऐसा किया जा चुका है। मुख्य सड़क की एक लेयर पर भी प्लास्टिक का उपयोग करने पर मंथन चल रहा है।
एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल के अनुसार एनएचएआइ इंदौर-हरदा और इंदौर-ऐदलाबाद हाइवे की सर्विस रोड पर प्लास्टिक का उपयोग करेगा। कुछ सड़कों पर पहले ऐसा किया जा चुका है। मुख्य सड़क की एक लेयर पर भी प्लास्टिक का उपयोग करने पर मंथन चल रहा है।