इंदौर औद्योगिक परिक्षेत्र का हिस्सा है पीथमपुर यूं तो धार जिले में आता है, लेकिन इंदौर औद्योगिक परिक्षेत्र का हिस्सा है। यहां का औद्योगिक क्षेत्र एकेवीएन इंदौर ही संचालित करता है। एकेवीएन पीथमपुर के नए मास्टर प्लान पर काम कर रहा है, जिससे यह इंडस्ट्रियल सिटी का रूप ले लेगी। प्रशासनिक कामकाज की सुविधा के लिए इसे अलग तहसील का रूप देने की भी जरूरत महसूस की जा रही थी। शासन ने अब तय कर लिया है कि यह नई तहसील के रूप में आएगा। नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। दावे-आपत्ति के लिए दो महीने का समय दिया गया है। सुनवाई के बाद इसे तहसील के रूप में नामांकित किया जाएगा और तहसील
मुख्यालय खुल जाएगा। इसके बाद प्रशासनिक कामकाज के लिए धार नहीं जाना होगा।
मुख्यालय खुल जाएगा। इसके बाद प्रशासनिक कामकाज के लिए धार नहीं जाना होगा।
इस तरह बनेगी नई तहसील
पीथमपुर तहसील का गठन धार तहसील को तोडक़र किया जा रहा है। इसमें धार तहसील के दो राजस्व निरीक्षक मंडल के नालछा और सागौर के 33 पटवारी हलका, 46 से 49, 56 से 73 और 76 से 86 के कुल 213 गांव लिए जा रहे हैं। वहीं धार तहसील में मंडल धार और तरला के 53 पटवारी हलके रह जाएंगे।
पीथमपुर तहसील का गठन धार तहसील को तोडक़र किया जा रहा है। इसमें धार तहसील के दो राजस्व निरीक्षक मंडल के नालछा और सागौर के 33 पटवारी हलका, 46 से 49, 56 से 73 और 76 से 86 के कुल 213 गांव लिए जा रहे हैं। वहीं धार तहसील में मंडल धार और तरला के 53 पटवारी हलके रह जाएंगे।
मास्टर प्लान के साथ हो जाएगा अमल
पीथमपुर का मास्टर प्लान औद्योगिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बना है। 12500 हेक्टेयर जमीन शामिल की है, जिसमें पीथमपुर का सेंट्रल एरिया आ गया है। मास्टर प्लान को 31 मार्च तक लागू करने की समयसीमा है। तहसील को लेकर आपत्तियों की सुनवाई और निराकरण भी तब तक पूरा हो जाएगा। मास्टर प्लान लागू होने के साथ ही नई तहसील भी बन जाएगी।
पीथमपुर का मास्टर प्लान औद्योगिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बना है। 12500 हेक्टेयर जमीन शामिल की है, जिसमें पीथमपुर का सेंट्रल एरिया आ गया है। मास्टर प्लान को 31 मार्च तक लागू करने की समयसीमा है। तहसील को लेकर आपत्तियों की सुनवाई और निराकरण भी तब तक पूरा हो जाएगा। मास्टर प्लान लागू होने के साथ ही नई तहसील भी बन जाएगी।