मैनेजमेंट में सबसे अधिक सीट
बुधवार को जारी की गई प्रस्तावित पीएचडी सीटों में सबसे अधिक 221 सीट सिर्फ मैनेजमेंट में हैं। इसके बाद 208 सीट कॉमर्स संकाय में रिक्त हैं। सभी 31 विषय मिलाकर 899 सीट हो रही है। सबसे कम 1 सीट ज्योग्राफी और 2 सीट मिलिट्री साइंस में है। 22 नवंबर तक अपडेशन का मौका दिए जाने से इस बार की डीईटी 900 से ज्यादा सीटों के लिए होने की उम्मीद है।
शोध को बढ़ावा देने के लिए निर्देश
शैक्षणिक संस्थानों में शोध को बढ़ावा देने के लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने साल में दो बार पीएचडी प्रवेश परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं। इसका मकसद जिन शोधार्थियों की डिग्री पूरी होने पर सीट रिक्त हुई है उन सीट पर दूसरे उम्मीदवारों को जल्द मौका मिले, लेकिन डीएवीवी में साल में एक बार में भी ये परीक्षा ही हो पा रही। दिसंबर 2019 में हुई डीईटी के बाद से अब तक कोई प्रवेश परीक्षा नहीं हो पाई है। नवंबर तक डीईटी की घोषणा नहीं होने से इस साल भी परीक्षा टलने की नौबत बनने लगी थी। इस बीच यूनिवर्सिटी ने विभागों व गाइड से अब तक मिली जानकारी के आधार पर ही डीईटी कराने का निर्णय लिया। बुधवार को 31 विषयों के गाइड और इन विषयों में 899 सीटें रिक्त होने की जानकारी पोर्टल पर साझा की गई है।
विषय – सीट
कॉमर्स -208
एजुकेशन -40
हिन्दी -37
मैनेजमेंट -221
फिजिक्स -50
जूलॉजी -81
(इसके अलावा अन्य विषयों में भी सीटें हैं।)