इंदौर

Amarnath Yatra: तीन घंटे पहले पहाड़ से उतरा इंदौरी जत्था और आई बादल फटने की सूचना

बालटाल में सुरक्षित हैं इंदौर के लोग।
 

इंदौरJul 09, 2022 / 02:01 am

shatrughan gupta

Amarnath Yatra: तीन घंटे पहले पहाड़ से उतरा इंदौरी जत्था और आई बादल फटने की सूचना

इंदौर. इंदौर के 135 लोगों का जत्था अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) पर है। कई लोग शुक्रवार दोपहर 2.30 से 3 बजे पहाड़ से नीचे उतरे और करीब तीन घंटे बाद 6.12 बजे बादल फटने की सूचना आ गई। इंदौर के सभी लोग सुरक्षित हैं। खजराना निवासी एडवोकेट राकेश पालीवाल व उनके साथी शुक्रवार रात को बालटाल के टेंट में रूके थे। राकेश के मुताबिक, वे पिछले 26 साल से अमरनाथ यात्रा पर आ रहे हैं, लेकिन इस बार काफी परेशानी हुई। 150 इंदौरी लोगों का जत्था अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) पर आया था, 15 लोग दर्शन कर चले गए। शुक्रवार रात व दोपहर को अन्य लोग भी दर्शन कर बालटाल (Baltal) आ गए। यहांं सुबह से ही मौसम खराब था और शाम को बादल फट गए। सभी को टेंट में रहने के लिए कहा गया है। राकेश के मुताबिक, इंदौर के सारे लोग सुरक्षित हैं। पहले बालटाल में पार्किंग की अच्छी व्यवस्था रहती थी, लेकिन इस बार स्थानीय श्राइन बोर्ड ने वाहनों की व्यवस्था 7 किलोमीटर दूर कर दी। पहाड़ से 15-16 किलोमीटर उतरने के बाद पार्किंग के लिए सात किलोमीटर जाना पड़ रहा है। इस बार नंदी महाराज की प्रतिमा भी वहां से हटा दी है, जिससे लोगों में रोष है। अमरनाथ (Amarnath Yatra) गुफा के मुख्य पुजारी पं. दीनदयाल शर्मा ने बताया कि शाम 4 बजे से बारिश शुरू हो गई थी और फिर बादल फटने से पानी का बहाव तेज हो गया। बहाव में कई लोग बह गए। हाहाकार की स्थिति बन गई और यात्रा को रोक दिया गया। हालांकि बादल फटने के 10 मिनट बाद ही बारिश बंद हो गई। सेना रेस्क्यू कर रही है। उधर, देवास निवासी डॉ. बीआर शुक्ला ने बताया कि मैं अभी बाबा बर्फानी के दर्शन कर कटरा पहुंचा हूं। यहां आने के बाद पता चला कि बादल फट गए हैं।
पहली बार देखी ऐसी बारिश, सब कुशल
इंदौर के मनोज बागोरा ने बताया कि हमारा दल दोपहर करीब 4 बजे बालटाल के लिए निकला। बादल फटने की सूचना रास्ते में मिली। जब हम दर्शन कर निकले, उससे पहले ही तेज बारिश हो रही थी। बालटाल में भी बारिश का दौर जारी है। पहली बार इतनी तेज बारिश देखी। बागोरा के साथ भरत राजगुरु, गजानंद शर्मा, राहुल चटर्जी, हीरालाल पाटीदार, हरिशंकर जैन समेत 8 लोग हैं। बेटे ऋषभ बागोरा में बताया कि बादल फटने पर परिवार के लोग चिंतित हो गए थे। नेटवर्क नहीं होने से संपर्क मुश्किल से हुआ। इंदौर से अरविंद शुक्ला, अंकुर माहेश्वरी, अविनाश गौतम, शशि शर्मा, संजय महाजन कैंप में पहुंच गए हैं। अमरनाथ में कचरा प्रबंधन संभाल रहे इंदौर के स्टार्टअप स्वाहा के को-फाउंडर समीर शर्मा ने बताया कि बादल फटने से तीन लंगर और 20 से ज्यादा टेंट भी बह गए। बादल फटने की घटना मुख्य गुफा से करीब 2 किलोमीटर आगे हुई है। मेरी टीम के सभी सदस्य कैंप में सुरक्षित हैं।

Hindi News / Indore / Amarnath Yatra: तीन घंटे पहले पहाड़ से उतरा इंदौरी जत्था और आई बादल फटने की सूचना

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.