बता दें कि विगत दिनों प्रशासन द्वारा गठित कमेटी ने ट्रैवल्स कार्यालय पर कार्रवाई की थी। कार्रवाई के बाद ट्रैवल्स संचालकों को प्रशासन ने 3 दिन में शिफ्टिंग का समय दिया था। वो समय पूरा हो चुका है और आज बुधवार से बस संचालकों को रिंग रोड के पार से लंबी दूरी की बसों का संचालन करना होगा। शहर के अंदर बसों का प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने ट्रैवल्स संचालकों को बसों को शहर से बाहर करने के लिए पूरे एक माह की मोहलत दी थी।
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बस संचालकों के कोर्ट जाने की आशंका के चलते कैविएट दायर
निजी बस का संचालन शहरी सीमा से बाहर करने के मामले में शासन ने कोर्ट में कैविएट दायर कर दी है। संचालकों ने जिला प्रशासन को लिखकर दिया था कि हम तीन दिन में स्टैंड शहर से बाहर शिफ्ट कर लेंगे। यह समय सीमा समाप्त हो गई है। बस संचालकों के इस मामले में कोर्ट जाने की आशंका के चलते जिला प्रशासन ने कैविएट दायर कर दी है।इंदौर में ट्रैवल्स संचालकों के दफ्तर सील
तय समय बाद भी ट्रैवल्स संचालकों ने बसों का संचालन बाहर से शुरू नहीं किया तो जांच दल ने शहर के 7 ट्रैवल्स संचालकों के ऑफिस सील कर दिए और 6 बसों को जब्त कर लिया। प्रशासन की कार्रवाई के बाद ट्रैवल्स संचालकों ने शिफ्टिंग के लिए तीन दिन का समय मांगा था। यह भी पढ़ें- इंदौर में सड़क पर दौड़ती बस में लगी भीषण आग, यात्रियों कूदकर बचाई जान, एक युवती गंभीर