सवाल : राम मंदिर निर्माण में समय लगने का क्या कारण है?
जवाब : मंदिर की नींव की गहराई अधिक होने से खुदाई में समय लग रहा है, अन्यथा यह काम तो एक वर्ष में ही पूरा हो जाता।
सवाल : क्या देश में आर्थिक आधार पर आरक्षण व्यवस्था लागू होना चाहिए?
जवाब : कोई किसी भी जाति या धर्म का हो, उसे आर्थिक आधार पर ही आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए। जो लोग समृद्ध हो चुके हैं, उन्हें अब आरक्षण देना बंद कर देना चाहिए।
सवाल : राम मंदिर के अलावा अयोध्या में क्या-क्या निर्माण कार्य हो रहे हैं?
जवाब : राम मंदिर के साथ भक्तों की भोजनशाला व आवास निर्माण हो रहे हैं। इसी कारण से मंदिर के आसपास की जमीन खरीदने पर उप्र सरकार ने रोक लगा दी है। ऐसा नहीं करते तो होटल मालिक जमीनें खरीदकर वहां महंगे दामों पर अपना कारोबार चलाते, जिसका लाभ आम लोगों की पहुंच से बाहर होता।
सवाल : अयोध्या में राम मंदिर के लिए ज्यादा जगह क्यों बढ़ाई गई है?
जवाब : मंदिर की जगह इसीलिए बढ़ाई गई है कि वहां पहुंचने वाले भक्तों को हर तरह की सुविधा मिल सके। अयोध्या में मंदिर तो बना ही हुआ है, अब उसे भव्यता दी जा रही है। हम चाहते हैं कि राम लला का मंदिर पूरे विश्व में दर्शनीय और वंदनीय बने।
सवाल : देश में धर्म निरपेक्षता को लेकर आपके क्या विचार है?
जवाब : देश को धर्म निरपेक्ष नहीं, पंथ निरपेक्ष होना चाहिए। सभी धर्मों की अपनी-अपनी पूजा पद्धति है और धर्मनिरपेक्षता के कारण कई बार कई तरह के संशय और विवाद होते रहते हैं। हमारी सोच समता की है, जहां सभी लोग बराबर होना चाहिए।
सवाल : तो क्या धर्म निपेक्षता के मुद्दे पर कोई बदलाव होना चाहिए?
जवाब : धर्मनिरपेक्षता भारत में बहुत वर्षों से चल रही है, लेकिन अब इतने वर्षों बाद इसमें सुधार होना चाहिए। वैसे भी सरकार को समय-समय पर अपनी नीतियों और कार्यक्रमों में तत्कालीन हालातों के अनुरूप संशोधन करते रहना चाहिए।
सवाल : क्या आप जनसंख्या नीति में हो रहे बदलाव से सहमत है?
जवाब : जनसंख्या बढ़ना किसी भी स्थिति में अच्छा नहीं है। जनसंख्या नियंत्रण का कानून सबके लिए होना चाहिए और समय के अनुसार उसमें बदलाव भी जरूरी है।
सवाल : क्या जनगणना जातिगत आधार पर होनी चाहिए?
जवाब : कुछ लोग इस मामले में भ्रम पैदा कर रहे हैं। हर समाज और जाति के नेता के अनुयायी उसी समाज और जाति के होना स्वाभाविक है, लेकिन प्रजातंत्र के लिए यह ठीक नहीं है।