इंदौर में जन्मोत्सव का उल्लास
ओशो ध्यान विज्ञान मंदिर द्वारा ओशो जन्मोत्सव रविवार शाम 5 बजे परदेशीपुरा (इंदौर) स्थित ओशो ध्यान विज्ञान मंदिर पर मनाया जाएगा। ओशो की विश्व प्रसिद्ध ध्यान निधि, कुंडलिनी ध्यान, कीर्तन, जन्म-मृत्यु के पार विषय पर ऑडियो प्रवचन, शहनाई वादन व ओशो के जीवन दर्शन पर आधारित बायोग्राफी ऑफ ओशो का वीडियो मेगा स्क्रीन पर दिखाया जाएगा।
बताई थी अपने पुनर्जन्म की कहानी
ओशो ने एक बार अपने दोस्त अरविंद जैन को अपने पुनर्जन्म की कहानी बताई थी। उन्होंने कहा था, कि मेरा यह पुनर्जन्म है, मैं आज से 750 साल पहले तिब्बत में पैदा हुआ था और सिर्फ तीन दिन की साधना रहा गई थी, तभी मेरी मौत हो गई, जिसके कारण मुझे दोबारा जन्म लेना पड़ा।
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ओशो ध्यान विज्ञान मंदिर द्वारा ओशो जन्मोत्सव रविवार शाम 5 बजे परदेशीपुरा (इंदौर) स्थित ओशो ध्यान विज्ञान मंदिर पर मनाया जाएगा। ओशो की विश्व प्रसिद्ध ध्यान निधि, कुंडलिनी ध्यान, कीर्तन, जन्म-मृत्यु के पार विषय पर ऑडियो प्रवचन, शहनाई वादन व ओशो के जीवन दर्शन पर आधारित बायोग्राफी ऑफ ओशो का वीडियो मेगा स्क्रीन पर दिखाया जाएगा।
बताई थी अपने पुनर्जन्म की कहानी
ओशो ने एक बार अपने दोस्त अरविंद जैन को अपने पुनर्जन्म की कहानी बताई थी। उन्होंने कहा था, कि मेरा यह पुनर्जन्म है, मैं आज से 750 साल पहले तिब्बत में पैदा हुआ था और सिर्फ तीन दिन की साधना रहा गई थी, तभी मेरी मौत हो गई, जिसके कारण मुझे दोबारा जन्म लेना पड़ा।
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