बता दें कि चार से पांच साल पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्टेट ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (सोटो) की मंजूरी इंदौर में थी। हालांकि बाद में इसे लेकर भोपाल और इंदौर के बीच खींचतान तक चली। अब तक सोटो का सेटअप तैयार नहीं किया गया। इसमें ज्वॉइंट डायरेक्टर कंसल्टेंट, डेटा एंट्री ऑपरेटर और वालेंटियर सहित अन्य पोङ्क्षस्टग की जाना है, लेकिन मेडिकल विभाग के अफसरों की लापरवाही से अब तक नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं। अभी सोटो का सेटअप तैयार नहीं होने से एनजीओ पूरा काम संभाल रहा है।
डीन,एमजीएम कॉलेज