सरकारी स्कूलों में करीब एक हजार स्मार्ट क्लासेस बनाने का लक्ष्य लेकर काम कर रहे प्रशासनिक अफसरों ने अब सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को नि:शुल्क कोचिंग उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। आदिवासी आदि आरक्षित वर्ग के प्रतिभाशाली बच्चों को कोचिंग की मोटी फीस नहीं दे पाने के कारण कई बार मौका नहीं मिल पाता है। इसे ध्यान में रखते हुए नि:शुल्क पाठशाला शुरू करने की तैयारी है। कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी व आइडीए सीइओ रामप्रकाश अहिरवार ने इसके लिए विश्वविद्यालय परिसर के आदिवासी होस्टल के हॉल का चयन भी कर लिया है, एक महीने के अंदर यहां पाठशाला शुरू करने का लक्ष्य है।
14 विद्यार्थी पहुंचे थे मैंस परीक्षा तक कलेक्टर पहले भिंड में संकल्प कोचिंग व अहिरवार विदिशा-सागर में ऐसी क्लास शुरू कर चुके हैं। अहिरवार के मुताबिक, सागर में क्लास में पढने वाले 14 बच्चे पीएससी की मैंस एग्जाम तक पहुंचे थे। कई बच्चे अफसर बने हैं।
चार व्यवस्थित लाइब्रेरी के लिए मिल रहा जनसहयोग कलेक्टर के मुताबिक, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन व पढ़ाई के लिए हॉल में इवनिंग कोचिंग शुरू की जाएगी। माइक, स्पीकर जैसे आधुनिक साउंड सिस्टम से क्लास लैस होगी ताकि पढ़ाने वाले की बातें सभी बच्चों तक पहुंच सके। यहां चार लाइब्रेरी बनाई जाएगी, एक बन गई है। लाइब्रेरी में यूपीएसएसपी, एमपीपीएससी के साथ ही सरकारी नौकरी से संबंधित प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए हर तरह की किताबें, नोट्स उपलब्ध होंगे।
एक महीने का रोस्टर रहेगा तैयार
अहिरवार के मुताबिक, होस्टल में इवनिंग क्लास शुरू होगी जहां प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को कई डिप्टी कलेक्टर, नायब तहसीलदार, अन्य अफसर व प्रोफेसर पढ़ाएंगे। एक-एक महीने का रोस्टर तैयार कर कोचिंग शुरू होगी।