समिट में अमरीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, यूएई, बहरीन, जापान, शिकागो, स्कॉटलैंड, जर्मनी सहित 40 से ज्यादा देशों के इंदौरी एनआरआइ हाइब्रिड यानी ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में शामिल हुए। एनआरआइ ने शिक्षा, स्टार्टअप के लिए वन प्वाइंट कॉन्टेक्ट, क्लाइमेट एक्शन प्लान, स्पोर्ट्स हब, ट्रैफिक, सस्टेनेबिलिटी, मेडिकल टूरिज्म, वाटर कंजर्वेशन जैसे विश्वव्यापी मुद्दे उठाए। एक मेहमान ने कहा कि हमें ट्रैफिक सुधार के लिए कुछ करना चाहिए, क्योंकि यह बहुत खराब है। मैंने यहीं बाइक चलानी सीखी, लेकिन अब गाड़ी चलाना मुश्किल है।
समिट का आयोजन इंदौर का सौभाग्य
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौरी एनआरआइ समिट में कहा कि देश के सबसे स्वच्छ, स्मार्ट सिटी इंदौर में सभी का स्वागत है। जब कोई अन्य शहर या देश किसी कार्य के बारे में सोचता है, तब इंदौर उस पर काम रहा होता है। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि इंदौर में दूसरी इंदौरी एनआरआइ समिट का आयोजन किया जा रहा है। इंदौर देश में पहली अर्बन बॉडी है, जो इंदौरी एनआरआइ समिट का आयोजन कर रहा है। समिट में भार्गव ने इंदौरी एनआरआइ मीट रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने समिट के उद्देश्य, लक्ष्य, संभावनाओं की जानकारी दी। स्पष्ट किया कि समिट के प्रस्तावों के क्रियान्वयन को लेकर गंभीरता से काम किया जाएगा। कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने मंच से एनआरआइ को अपना नंबर दिया और कहा कि आप शहर में कोई भी विकास कार्य करना चाहते हैं और इसमें आपको मदद की आवश्यकता होती है तो आप सीधे संपर्क कर सकते हैं।
मेहमानों की बात पर आप भी करें गर्व
यूएस के मनीष सिहोते ने कहा कि जब मैं 2005 में ऑकलैंड गया तो एयरपोर्ट पर बहुत बुरा बर्ताव किया गया। मेरे साथ वालों को जाने दिया, लेकिन मुझे रोक दिया। कुछ समय पहले मैं फिर गया तो वहां के लोगों ने मुझसे कहा कि आप मोदी के देश से हैं, आपका स्वागत है। वे मुझसे मिलकर बहुत खुश हुए। अब भारत के लोगों को अन्य देशों में सम्मान मिलता है। उन्होंने कहा कि हमारे शहर में 40 इंच पानी है, फिर भी समस्या है। इंदौर में जल संरक्षण के लिए कार्य करना आवश्यक है। मैंने और मेरी पत्नी ने इंदौर में 20 एकड़ भूमि पर फॉरेस्ट का निर्माण किया है।
मेहमानों ने दिए सुझाव
– स्कॉटलैंड से मीनल उपाध्याय ने कहा कि एनआरआइ इंदौरी के लिए कमेटी का गठन किया जाए।
– ऑस्ट्रेलिया से आईं ऐश्वर्या जोशी ने डे केयर यूनिट बनाने का सुझाव दिया।
– लंदन के मेयर राजेश अग्रवाल ऑनलाइन जुड़े।
– शिकागो से अंकित शाह ने कहा कि इंदौर एजुकेशन का हब है। स्टार्टअप के लिए सिंगल विंडो हो, ताकि विदेश में रह रहे इंदौरी यहां स्टार्टअप शुरू करें तो उन्हें सहयोग मिल सके। अंकित ने हेल्थ सेक्टर में स्टार्टअप शुरू करने की इच्छा जताई।
– अमरीका के प्रमीत मकोड़े ने कहा कि आप अमरीका आएंगे तो कई इंदौरी मिलेंगे। लाखों लोग विदेश जाकर इलाज कराते हैं। इंदौर को मेडिकल फील्ड में कुछ करना चाहिए।
– स्वीडन की सोनिया बिल्लौरे ने संस्कृति को सहेजने पर जोर दिया।
– मॉरिशस से ऑनलाइन जुड़े आशुतोष देशमुख ने बताया कि पिछली एनआरआइ समिट में इंदौर आए उनके एक साथी को हार्टअटैक आया तो नगर निगम और महापौर भार्गव ने तत्काल मदद की। वे साथी आज भी इंदौर को याद करते हैं।
कोविड में परिवारों के लिए किया काम
इंदौर विभाग के संघ चालक मुकेश मोड़ ने कहा कि कोविड के समय पता चला था कि जो लोग विदेश में रहते हैं, उनके परिवार के सदस्य मुश्किल में हैं। घरों में सफाई नहीं हो पा रही है। कपड़े धोने वाले सहित अन्य लोग नहीं आ पा रहे हैं। दो महीनों तक ऐसे घरों को चिन्हित कर उनके लिए व्यवस्था की गई। आज भी उनकी देखरेख के लिए योजना क्रियाशील है।
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन भी ऑनलाइन शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इंदौर बहुत वाइब्रेंट शहर है। यहां के लोग बहुत जीवट हैं। इंदौरी एनआरआइ समिट ऐसा प्लेटफाॅर्म है, जो इंदौर मूल के लोगों को अपनी भूमि के लिए अब्रॉड में रहकर सेवा करने का मौका दे रहा है। परिषद का काम करते वक्त मैं इंदौर में रह चुका हूं। विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी भी ऑनलाइन जुड़ीं और भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करने की शपथ दिलाई।