आपको बता दें कि प्रदेशभर में खुले बोरवेल के जरिए होने वाले हादसों को रोकने के लिए शासन की ओर से सभी खुले बोरवेलों को बंद करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इंदौर जिले में भी दो दिन से ग्रामीण क्षेत्रों में खुले बोरवेल को बंद करने की प्रक्रिया की जा रही है। आमतौर पर खेतों या खुले में नलकूप और बोरवेल में पानी नहीं निकलने पर खुलो छोड़ दिया जाता है। इस वजह से छोटे बच्चे हादसे का शिकार हो जाते हैं।
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