बीआरटीएस को पांच जोन में बांटकर रोशन करेंगे नाइट कल्चर, महिला पुलिस रहेगी तैनात
इंदौर. बीआरटीएस के आसपास १०० मीटर के दायरे में २४ घंटे वर्किंग व नाइट कल्चर विकसित व रोशन करने की जिम्मेदारी पांच विभागों को दी है। ऑफिस, शॉपिंग मॉल, फूड जोन २४ घंटे चालू रहेंगे तो यहां आने वालों की सुरक्षा, स्वच्छता जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रशासन उपलब्ध कराएगा। बीआरटीएस के हर चौराहे को रोशन करने करने के साथ सुरक्षा के लिए पुलिस बल खासकर महिला पुलिस बल को तैनात किया जाएगा। बीआरटीएस को पांच जोन में बांटा जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है। पहले चरण में बीआरटीएस के आसपास १०० मीटर दायरे के सभी प्रतिष्ठान खोले जाएंगे। धीरे-धीरे अन्य इलाकों में भी इसे लागू किया जाएगा। पिछले दिनों हुई बैठक में इसके लिए समन्वय समिति बना दी गई है। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र व कलेक्टर मनीष सिंह इसके लिए काम कर रहे हैं।
बीआरटीएस के पांच जोन १. भंवरकुआं से नौलखा के बीच नाइट जोन रहेगा। यहां कोचिंग क्लासेस भी देर तक चल सकती हैं। इस इलाके में सबसे ज्यादा हॉस्टल व कॉलेज हैं। यहां फूड जोन की रौनक के हिसाब से तैयारी रहेगी।
२. जीपीओ से गीताभवन के बीच एक जोन बनेगा। यहां मेडिकल कॉलेज, हॉस्टल व कोचिंग क्लासेस हैं। यह फाइनेंशियल जोन है, जहांं कई ऑफिस २४ घंटे चलते हैं। पूरा क्षेत्र इस तरह रोशन रहेगा कि फूड जोन के साथ आसपास बैठक व्यवस्था भी रहे।
३. पलासिया व ५६ दुकान जोन शहर के लोगों के हिसाब से विकसित होगा। यहां शहरभर के लोग तफरीह व खाना खाने आएंगे। उन्हेें सभी मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी।
४. एमआइजी से सत्यसाईं चौराहे तक मॉल व फूड जोन रहेगा। यह सघन इलाका है और सबसे ज्यादा नाइट कल्चर का जोन यही रहेगा। यहांं कई आइटी कंपनियां, कॉल सेंटर हैं और हजारों कर्मचारी हैं। शॉपिंग मॉल खरीदी व मनोरंजन का साधन हैं। दोनों ओर पुख्ता व्यवस्था की जाएगी।
५. सत्यसाईं चौराहे से निरंजनपुर का एक जोन रहेगा। यहां ऑफिस व शोरूम हैं, जो २४ घंटे खोले जा सकते हैं। साथ ही इस क्षेत्र में हरियाली ज्यादा और शोर कम है। सड़क किनारे घूमने, बैठकर बात करने वाले अब भी नजर आते हैं। २४ घंटे कल्चर में टहलने वालों की संख्या यहां ज्यादा हो सकेगी।
पांच विभागों की जिम्मेदारी
जिला प्रशासन: नाइट कल्चर की पूरी जिम्मेदारी व निगरानी इसी विभाग के पास है। सभी को साथ लेकर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
पुलिस: सुरक्षा व ट्रैफिक व्यवस्था का काम पुलिस करेगी। हर चौराहे पर पुलिस बल, पेट्रोलिंग पार्टी, महिला पुलिसकर्मियों का दल बीआरटीएस पर मौजूद रहेगा। ट्रैफिक सिग्नल को भी २४ घंटे चालू रखा जाएगा।
नगर निगम: पूरे क्षेत्र को रोशन करना, स्वच्छता का काम निगम करेगा। सड़क की मार्किंग, गड्ढे भरने का काम भी निगम का अमला सुनिश्चित करेगा।
अन्य विभाग: नाइट जोन में काम करने वाले हर तरह के ऑफिस, संस्था के कर्मचारियों की व्यवस्था व अधिकारों की निगरानी करेगा।
उद्योग विभाग: जोन के इकाइयां, जिसमें आइटी कंपनियां शामिल रहेंगी, उनके उत्पादन व अन्य कामकाज पर नजर रख सुविधाएं जुटाएंगे।