कमेटियों में संगठन के करीब 85 सदस्यों को शामिल किया है। खास यह है कि इनमें कई सदस्य 70 की उम्र पार कर चुके हैं, जबकि लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश में 70 की उम्र से अधिक वाले सदस्यों को कमेटी में शामिल नहीं किया जा सकता है। इस मुद्दे पर एमपीसीए का कहना है कि यह नियम संगठन की मैनेजिंग कमेटी के पदाधिकारियों पर लागू होता है, सब कमेटियों को लेकर ऐसा कोई नियम नहीं है। एक व्यक्ति एक पद के नियम का सख्ती से पालन किया है। क्रिकेट डेवलपमेंट कमेटी का प्रमुख भगवानदास सुधार को बनाया है, इसमें कुल 16 सदस्य हैं। इसके अलावा संभागीय टूर्नामेंट कमेटी के मुखिया राजीव रिसोड़कर होंगे। फायनेंस कमेटी के चीफ सिंधिया के करीबी दिलीप चुडगर चुने गए हैं, इसमें भी 15 सदस्यों को शामिल किया है। नए सदस्यों को चुनने वाली छानबीन समिति के चेयरमैन महेंद्र सेठिया होंगे। इसमें पूर्व कुलपति डॉ. भरत छपरवाल और मनोहर शर्मा को शामिल है। संजय जगदाले के बड़े भाई अशोक जगदाले को लाइफ टाइम अचिवमेंट पेनल का मुखिया बनाया है।
इन कमेटियों में 85 सदस्यों को किया शामिल 1. क्रिकेट विकास समिति
2. संभागीय टूर्नामेंट कमेटी
3. अंपायर कमेटी
4. इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्वालियर स्टेडियम निर्माण कमेटी
5. छानबीन समिति
6. ग्राउंड एंड लैंड पर्चेस कमेटी
7. मेडिकल कमेटी
8. पर्चेंस कमेटी
9. लाइफ टाइम अचिवमेंट पेनल
10. लाइब्रेरी और म्यूजियम कमेटी
11. फाइनेंस कमेटी
12. इंटरनेल कम्प्लेंट कमेटी
कई बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की
आंतरिक शिकायत समिति का गठन कर लिया है, इसके सदस्यों के नाम एक-दो दिन में फाइनल किए जाएंगे। अगले महीने होने वाले भारत-बांगलादेश टेस्ट मैच की तैयारी फिलहाल हमारी प्राथमिकता है। बैठक में इससे जुड़े बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की है।
– संजीव राव, सचिव, एमपीसीए