अभ्यर्थियों का कहना है कि राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2023 का परिणाम 18 जनवरी को घोषित किया गया और 11 मार्च से मुख्य परीक्षा रख दी। तैयारी के लिए आयोग ने 90 की जगह सिर्फ 50 दिन का समय दिया। इसमें सिलैबस पूरा करना मुमकिन नहीं है। हम चाहते हैं कि परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाई जाए, लेकिन आयोग जारी कैलेंडर का पालन करने पर अड़ा है। आयोग का कहना है कि कैलेंडर में कोई बदलाव नहीं होगा, क्योंकि किसी भी परीक्षा के शेड्यूल में बदलाव करने से बाकी परीक्षाएं प्रभावित होंगी। यदि ऐसा है तो आयोग ने राज्य वन सेवा परीक्षा को तीन महीने आगे क्यों बढ़ाया? उसके लिए तो कोई आवेदन नहीं दिया गया था।
निगेटिव मार्किंग शुरू करने की मांग
इसके अलावा अभ्यर्थियों का कहना है कि यूपीएससी और अन्य राज्यों की परीक्षा में निगेटिव मार्किंग रहती है, लेकिन प्रदेश में यह व्यवस्था लागू नहीं है। मध्यप्रदेश में भी राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2025 से निगेटिव मार्किंग शुरू करने की मांग भी रखी गई है। इससे कटऑफ कम होता है। इससे पहले अभ्यर्थियों ने राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2023 की तारीख में बदलाव की मांग करते हुए आयोग कार्यालय के बाहर 33 घंटे का धरना दिया था।
धूप और ठंड में अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर सडक़ पर बैठे रहे, लेकिन आयोग का कोई अधिकारी उनसे बातचीत के लिए नहीं आया। बाद में पुलिस ने मध्यस्तता कर अभ्यर्थी और आयोग की बात करवाई थी। उस दौरान आयोग ने 48 घंटे में निर्णय लेने की बात कही थी, लेकिन अब तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है।