बनेगा नया टर्मिनल
एयरपोर्ट से हर साल 40 लाख यात्री यात्रा कर रहे हैं। सिविल एविएशन में बढ़ोतरी हो गई है। 40 लाख की संख्या को 4 महीने में 55 लाख करेंगे। 3 साल यानी 2028 तक नया टर्मिनल बनाकर इंदौर को सौपेंगे। इतना ही नहीं इंदौर की कनेक्टिविटी को अमरीका तक बढ़ाएंगे। अन्य देशों से भी कनेक्ट करेंगे। इंदौर की ग्रोथ स्टोरी में सिविल एविएशन का भी एक पन्ना हो, इसका प्रयास करेंगे। यह कहना केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु का है। वह इंदौर एयरपोर्ट पर एटीसी सेंटर और गारबेज प्लांट का उद्घाटन करने रविवार को पहुंचे थे। 55 करोड़ से बने सेंटर को उन्होंने देखा।
एयरपोर्ट विस्तार के लिए जमीन की जरूरत
मंत्री नायडू ने कहा, वर्तमान में रनवे 2800 मीटर का है। बड़े एयरक्राफ्ट की लैंडिंग के लिए रनवे को 3400 मीटर करना होगा। इसके लिए जमीन की जरूरत है। नायडू ने कहा कि उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से हुई थी। उन्होंने विस्तार के लिए राज्य सरकार द्वारा मदद करने का वादा किया है। हमने राज्य सरकार को जमीन के लिए पत्र लिखा है।
इंदौर को देखने की इच्छा पूरी हुई
मंत्री नायडू ने इंदौर की स्वच्छता की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि वर्षों से इंदौर को देखने की इच्छा पूरी हुई। स्वच्छता में इंदौर ने जैसे काम किया है वैसे ही एयरपोर्ट पर भी काम हुआ है। क्लीनेस्ट एयरपोर्ट बन गया है। सिर्फ शहर ही नहीं इंदौर के लोगों का मन भी स्वच्छ है।
55 करोड़ की लागत से बना टॉवर
55 करोड़ की लागत से बना एटीसी टॉवर एवं तकनीकी ब्लॉक में नया फायर स्टेशन भी है। सात मंजिला एटीसी टॉवर पुराने टॉवर के मुकाबले दोगुना है। एटीसी टॉवर बनने से फ्लाइट का संचालन बेहतर तरीके से हो सकेगा। 700 किलो कचरे के निपटान के लिए गारबेज प्लांट बनाया है। एयरपोर्ट पर एयरलाइन्स, दुकानों एवं गार्डन से निकलने वाले गीले एवं सूखे कचरे का निस्तारण हो सकेगा।