पिछले दिनों मप्र निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने मतगणना स्थल के दौरे के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी को निर्देश दिए थे कि मतगणना तेज गति से हो, इसलिए टेबलों की संख्या बढ़ाई जाए। जिला निर्वाचन कार्यालय ने गणना कक्षों का आंकलन कर चार विधानसभाओं में टेबलें बढ़ाने का फैसला किया है। कमरे में जगह की उपलब्धता के आधार पर सात टेबल इंदौर-2, छह टेबल इंदौर-5 और दो-दो अतिरिक्त टेबलें इंदौर-1 व सांवेर में लगाई जाएंगी। इससे एक राउंड में ज्यादा ईवीएम की गणना होगी। इसके अलावा इंदौर-5 और राऊ में डाक मतपत्र की गणना के लिए भी पांच-पांच टेबल लगाई जा रही है। देपालपुर में तीन ही टेबल होगी। बची विधानसभाओं में 4-4 टेबल पर गणना की जाएगी।
ये आ सकती है समस्या
निर्वाचन ने ईवीएम की टेबलें बढ़ा दी हैं, लेकिन बाहर प्रत्याशियों के एजेंटों की संख्या उतनी ही होगी। पांच नंबर में सबसे ज्यादा प्रत्याशी होने से प्रत्येक प्रत्याशी 20 एजेंट नियुक्ति करेगा। उस हिसाब से गणना स्थल पर बैठने वाले एजेंटों की संख्या 300 हो जाएगी। ऐसी ही स्थिति दो नंबर विधानसभा में होगी। हालांकि यहां प्रत्याशियों की संख्या थोड़ी कम हैं, लेकिन कक्ष का आकार छोटा है।
इतने होंगे राउंड
विधानसभा – मतदान केंद्र – पोस्टल बैलेट टेबल – ईवीएम टेबल – राउंड
देपालपुर – 278 – 03 – 16 – 18
इंदौर 1 – 314 – 04 – 16 – 20
इंदौर 2 – 301 – 04 – 21 – 15
इंदौर 3 – 193 – 04 – 14 – 14
इंदौर 4 – 212 – 04 – 14 – 16
इंदौर 5 – 364 – 05 – 20 – 19
महू – 269 – 04 – 14 – 20
राऊ – 318 – 05 – 14 – 23
सांवेर – 312 – 04 – 16 – 20
यहां होगी गणना
ग्राउंड फ्लोर: इंदौर तीन, चार, पांच, महू और सांवेर।
फर्स्ट फ्लोर: देपालपुर, इंदौर एक, दो और राऊ।
750 कर्मचारी करेंगे गणना
मतगणना के लिए माइक्रो ऑब्जर्वर, मतगणना, पर्यवेक्षक, मतगणना सहायक, रनर सहित कुल 750 अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। सभी को पहचान-पत्र जारी किए गए हैं। उन्हें सुबह 6 बजे गणना स्थल पर पहुंचना होगा। इसे लेकर गुरुवार को दूसरे दौर का प्रशिक्षण दिया गया। इनमें से 150 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी रिजर्व में रहेंगे।