एमपी में गांवों-शहरों की तस्वीर बदली जा रही है। इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोर देते हुए विकास योजनाएं बनाई जा रहीं हैं। इसी क्रम में राज्य सरकार ने प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी इंदौर के सुनियोजित विकास पर अपना फोकस किया है। इसके लिए शहर के चारों ओर के 90 गांवों को मास्टर प्लान में शामिल किया जा रहा है। 29 गांवों को तो मास्टर प्लान में शामिल कर भी लिया गया है। शेष 61 गांवों के लिए भी प्रक्रिया चल रही है।
यह भी पढ़ें : एमपी सरकार ने 4 प्रतिशत डीए बढ़ाया लेकिन एरियर पर वित्त विभाग का अड़ंगा, कर्मचारियों के लिए बड़ा अपडेट प्लैटिनम पैराडाइस कॉलोनी से काउंटीवाक कॉलोनी चौराहे तक बनने वाली सड़क के भूमिपूजन कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भविष्य के इंदौर की झलक दिखाई। उन्होंने बताया कि 2014 में इंदौर नगर निगम में शामिल किए गए 29 गांवों का अब तेज गति से विकास किया जा रहा है। इसके लिए शहरी वार्डों की अपेक्षा चार गुना ज्यादा राशि खर्च की जा रही है।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि शेष 61 गांवों को भी जल्द ही नगर निगम सीमा में शामिल कर लिया जाएगा। अगले कुछ सालों में इन गांवों को इंदौर के मास्टर प्लान में शामिल कर विकास योजना पर अमल किया जाएगा। गांवों में कचरे के निष्पादन के लिए प्लांट बनाए जाएंगे।
इस अवसर पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि 29 गांवों के लिए विशेष योजना बनाई गई है। शेष 61 गांवों को भी इंदौर नगर निगम सीमा में जल्द ही शामिल कर सुनियोजित विकास किया जाएगा।