इंदौर. कल देर रात आए आंधी-तूफान से पूरा शहर अस्त-व्यस्त हो गया। इसके साथ ही बारिश होने पर जगह-जगह पानी भर गया। शहर में 30 से ज्यादा जगहों पर पेड़ और होर्डिंग्स गिरने की घटना हुई है। इसमें जनहानि होने की अभी कोई सूचना नहीं है। रात को आए आंधी-तूफान और बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन व नगर निगम के अफसर अलर्ट पर आ गए हैं।
शहर में रात करीब पौने एक बजे अचानक तेज हवाएं चलने लगीं। कुछ ही देर में हवाओं ने आंधी-तूफान का रूप ले लिया। इसके साथ ही बरसात अलग शुरू हो गई। आंधी-तूफान रात 3 बजे तक चलता रहा। इस कारण शहर में 30 से ज्यादा जगहों पर बड़े-बड़े पेड़ गिर गए। पेड़ गिरने की घटना चिडिय़ाघर, महेश नगर, एमआइजी चौराहा, गीता भवन, पलासिया, तीन इमली टेम्पो स्टैंड के पास, खजराना पुलिस थाने के पास, किला मैडान रोड, स्नेह नगर, नॉर्थ राज मोहल्ला, नंदा नगर गली नंबर 1, जूना रिसाला, विज्ञान नगर, राजेंद्र नगर ब्रिज के नीचे, बिचौली मर्दाना में श्रीजी वैली, संगम नगर, टेलीफोन नगर में कम्यूनिटी हॉल के सामने, गांधी हॉल आदि जगह पर हुई।
जहां-जहां पर पेड़ गिरे, वहां पर रोड अलग जाम अलग लग गया। पेड़ों को हटाने का काम नगर निगम उद्यान विभाग ने शुरू कर दिया था। पेड़ और शाखाएं गिरने से रोड पर कचरा ही कचरा हो गया। रात में आंधी-तूफान आने से कई जगह लगे होर्डिंग्स गिरने के साथ के पोस्टर तक उड़ गए। कई जगह घरों की छत से पतरे उड़ गए। साथ ही गरज-चमक के साथ बरसात होने पर शहर की मुख्य मार्गों से लेकर गली-मोहल्लों की रोड पर पानी भर गया। इस कारण राहगीरों के साथ रहवासियों को काफी परेशानी हुई। मौसम विभाग का कहना है कि शहर में कल रात 54 किलो मीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी चली। इस कारण पूरा शहर अस्त-व्यस्त हो गया।
300 जगह बिजली लाइनों पर गिरे पेड़, 85 फीडर हुए बंद मौसम के अचानक बिगडऩे से आए भंयकर तूफान के कारण बिजली सप्लाय प्रभावित हो गई। शहर के अधिकतर कॉलोनी-मोहल्लों में रात 1 बजे के आसपास बत्ती गुल हो गई। तेज आंधी-तूफान की वजह से इंदौर शहर वृत्त के 525 में से 11 केवी के 85 फीडर बंद हो गए। इस के साथ ही 300 जगह बिजली लाइनों पर पेड़ गिर गए। इससे बिजली आपूर्ति पूरी तरह प्रभावित हुई। शहर में आधी रात को लोगों के घरों से बिजली जाने पर हुए अंधेरे को दूर करने के लिए पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के अफसर और कर्मचारी रात 1.30 बजे से ही सक्रिय हो गए थे। जिन क्षेत्रों में बिजली गुल हुई थी, वहां पर सप्लाय सामान्य करने में 4 घंटे तक लग गए। कारण आंधी-तूफान और बारिश में काम करने के दौरान कई तरह की परेशानी सामने आ रही थी। बिजलीकर्मियों ने 4 घंटे में 80 प्रतिशत और 5 घंटे में 90 प्रतिशत बिजली आपूर्ति को बहाल कर दिया था। बची 10 प्रतिशत प्रभावित फीडरों पर कार्य आज सुबह तक चलता रहा। रातभर 300 कर्मचारी और अफसर शहर की बिजली सप्लाय सामान्य करने में लगे रहे। इधर अनूप नगर में बड़ा पेड़ 11 केवी लाइन पर गिर गया था। इसके चलते आज सुबह नया पोल लगाकर लाइन चालू की जा रही है।
पड़ोसी की दीवार मकान पर गिरी, तीन घायल बाणगंगा थाना क्षेत्र के जय भवानी नगर में एक मकान पर दीवार गिरने से एक बच्ची सहित तीन लोग घायल हो गए। ढाई साल की प्रियांशी, उसकी मां बबली और पिता भगत को घायल हालत में एमवायएच लाया गया है। उन्हें अस्पताल लेकर आए दीपक ने बताया कि परिवार का चद्दर मकान हैं। कल रात को परिवार के पांच सदस्य घर में सो रहे थे। तेज आंधी के कारण पड़ोसी के मकान की दूसरी मंजिल की दीवार उनके घर की छत पर आ गिरी। चद्दर का मकान होने के कारण मलबा उसे तोड़ते हुए नीचे आ परिवार पर आ गिरा। इससे बच्ची सहित तीन लोग दब गए थे।