जानकारी मिलते ही अलर्ट मोड पर आई पुलिस और प्रशासन की टीम ने 3 जेसीबी और 1 पोकलेन की मदद से राहत-बचाव कार्य शुरू किया। करीब तीन घंटे चले रेस्क्यू के बाद स्लैब के मलबे से एक के बादे एक पांच मजदूरों के शव निकाले गए हैं।
गुरुवार को ही डाली गई थी छत
मामले को लेकर एसपी हीतिका वासल और डीएसपी उमाकांत चौधरी ने कहा कि यहां काम करने वाले सभी मजदूर मूल रूप से इंदौर के निवासी हैं। गुरुवार को ही छत डाली गई थी। काम खत्म करने के बाद पांचों मजदूर रात में खाना खाकर निर्माणाधीन स्लैब के नीचे ही सो गए थे। लेकिन, उन्हें ये पता नहीं था कि उनरी ये रात की नींद मौत की नींद बन जाएगी। यह भी पढ़ें- भदभदा बस्ती तोड़कर हटाए गए युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, प्रशासन पर लगे गंभीर आरोप, लोगों में आक्रोश
फार्म हाउस के मालिक भी इंदौर निवासी
इधर, पटवारी प्रकाश सोनी ने बताया कि खसरे के हिसाब से फार्म हाउस मालिक का नाम ममता पति कन्हैया लाल और अनाया पति भरत डेमला दर्ज है। ये सभी इंदौर के रहने वाले हैं। हालांकि, इस निर्माण के लिए एनओसी भी नहीं ली गई थी। फिलहाल, पुलिस संपत्ति के मालिकों को तलाश रही है। यह भी पढ़ें- भारत में सबसे आधुनिक होगा ये 6 लेन रोड, खूबियां जानकर दातों तले उंगली दबा लेंगे