आपको बता दें कि, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक मौलाना लोगों की भीड़ के बीच खड़े होकर भाषण देते दिख रहा है। वीडियो में वाल्मीकि समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी भी की गई, जिसे लेकर समाज में खासा नाराजगी है। समाज का एक प्रतिनिधिमंडल शहर के चंदन नगर थाने पहुंचा और मौलाना द्वारा दिए बयान पर आपत्ति दर्ज कराते हुए हरिजन एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है।
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सामने आया मोलाना का माफी मांगते हुए वीडियो
अब इस मामले के तूल पकड़ने के बाद आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले मौलाना शादाब खान की ओर से एक नया वीडियो सामने आया है। वीडियो में उन्होंने कहा कि, वायरल हुआ वीडियो बीते एक-दो दिन पुराना नहीं, बल्कि पिछले साल के मुहर्रम माह की 9 तारीख का है, जब वो अपने भाइयों और मुस्लिम मां-बहनों, बच्चियों को समझा रहे थे कि, हमें जुलूस में भीड़ इकठ्टा नहीं करना। क्योंकि, जाम लगता है कई बार एंबुलेंस तक इस जाम में फंस जाती है। पुलिस प्रशासन को बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है, जितनी ज्यादा भीड़ होती है। इसके साथ उस समय कोरोना भी देश में पैर पसार रहा था तो इन्हीं वजहों से हम समझा रहे थे कि, अपने घर में मुहर्रम की तैयारी करें।
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‘गलती से निकले ऐसे शब्द, माफ कर दो’
इसी दौरान जब मैं समझा रहा था कि, जब कचरा गाड़ी आपके घर के बाहर आए तो आपको मां और बहनों से कचरा नहीं डलवाना चाहिए। आपको खुद कचरा डालना चाहिए और ये समझाने के दौरान गलती से मेरी जुबान से ऐसे शब्द निकले, जिससे हमारे सफाईकर्मियों और पूरे वाल्मीकि समाज के भाईयों को ठेस पहुंची। मेरी इस गलती से की गई टिप्पणी से वाल्मीकि समाज के लोगों को तकलीफ पहुंची, इसके लिए मैं दिल से शर्मिंदा हूं, कोई भी शब्द मैंने जानबूझकर या किसी साजिश के तहत नहीं कहे थे। हमनें खुद सफाईकर्मियों के साथ चंदन नगर में सफाई रैली निकाली थी। मैं दिल से सभी से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।