गुरुवार को दोपहर एक बजे एसडीएम संघप्रिय ने राजबाड़ा पहुंचकर खासगी ट्रस्ट के प्रबंधक संजय रावत को कोर्ट के आदेश की कॉपी सौंपी और संपत्ति को आधिपत्य में लिया। इनमें प्रसिद्ध घाट, मां अहिल्या की राजगादी (हवा बंगला), किला परिसर स्थित होटल, लिंगार्चन वाली जगह, तोपखाना लाइन, पंढरीनाथ मंदिर, भवानी माता मंदिर, जवलेश्वर मंदिर समेत 102 संपत्ति शामिल हैं।
26 राज्यों में फैली होलकर घराने की संपत्तियां फिर सुर्खियों में, जानिए क्या है खासगी ट्रस्ट
देशभर में फैली है होलकर घराने की संपत्तियां: क्या है अरबों रुपए के खजाने का राज
एक लाख में बेच दिया 26 लाख का बाड़ा
खासगी ट्रस्ट ( Khasgi Trust ) की संपत्तियों को लेकर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद एसआईटी ने जांच तेज कर दी है। पता चला है कि खरगौन में एक बाड़े की कलेक्टर गाइडलाइन कीमत 26 लाख थी, लेकिन कागजों में एक लाख में ही सौदा कर दिया गया। एक तत्कालीन कमिश्नर के हस्ताक्षर के आधार पर बिक्री की बात सामने आ रही है। देशभर में ट्रस्ट से जुड़े करीब ढाई सौ मंदिर हैं, जहां बड़ी आय होती है। इनकी आय राज्य शासन के पास जमा करवानी थी, जो नहीं करवाई गई। बिक्री में पॉवर ऑफ अटार्नी का प्रावधान नहीं था, फिर भी कमलजीत, राघवेंद्र के नाम से संपत्तियों को बेचा गया। 2008-09 में हरिद्वार में 4 संपत्तियां पॉवर ऑफ अटार्नी पर ही बेची गई।
ट्रस्ट की संपत्ति
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि ट्रस्ट से जुड़ी संपत्ति जनता की है और उसे किसी कीमत पर खुर्दबुर्द होने नहीं दिया जाएगा। माले की जांच ईओडब्ल्यू और रेवेन्यू टीम कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन का अभिनंदन किया।
ट्रस्ट के मैनेजर को नोटिस
ईओडब्ल्यू की एसआईटी ने खासगी ट्रस्ट के मैनेजर को नोटिस देकर 18 बिंदु के आधार पर 3 दिन में रिकॉर्ड देने के लिए कहा है। इसके साथ ही अन्य स्थानों से भी दस्तावेज जमा किए जा रहे हं। एसपी धनंजय शाह के निर्देशन में डीएसपी अजय जैन खासगी ट्रस्ट की संपत्तियों की गड़बड़ी को लेकर जांच कर रहे हैं।