इंदौर के खजराना मंदिर में सुबह से भक्तों की भीड़ लगी थी। यहां जब गणेशजी की आरती चल रही थी तभी मंदिर में आग की लपटें उठीं। आरती के दौरान किसी ने अचानक स्मोक राड जलाई जिससे आग की लपटें उठने लगीं। यह भी कहा जा रहा है कि गुलाल फेंकने से आरती के दीपक में आग भड़की।
आरती में आग की लपटें उठते ही लोग घबरा उठे। आरती कर रहे पुजारी ने तुरंत आग बुझाई। मंदिर समिति सदस्य और आरती के समय उपस्थित भक्तों ने आग की लपटों पर तुरंत काबू पा लिया। अन्यथा उज्जैन के महाकाल जैसा बड़ा हादसा हो सकता था।
खजराना मंदिर के पुजारी सुमित भट्ट ने आग लगने की घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि आरती के दौरान यह हादसा हुआ। खास बात यह है कि पुजारी भट्ट ने उज्जैन में हुए हादसे के बाद खजराना मंदिर में उपस्थित श्रद्धालुओं को ऐसी घटनाओं के प्रति चेता दिया था। उन्होंने आरती में सावधानी बरतने की बात कही थी इसके बाद भी कुछ लोगों ने लापरवाही बरती।
कहा जा रहा है कि खजराना मंदिर में जब गणेशजी की आरती की जा रही थी तभी किसी ने दीपक से स्मोक राड जैसी कोई चीज जलाई। इससे दीपक से आग की लपटें भभक उठीं। किसी के द्वारा गुलाल फेंके जाने की बात भी कही जा रही है। स्मोक राड का उपयोग आतिशबाजी के दौरान किया जाता है।
इधर विशेषज्ञ बताते हैं कि गुलाल या रंग शुद्ध नहीं हैं। इन्हें हर्बल रंगों या गुलाल के रूप में बेचा जा रहा है लेकिन असलियत कुछ और ही है। दरअसल इन गुलाल और रंगों में केमिकल मिला है जिसे शुद्ध बताकर बाजार में ज्यादा दामों पर बेचा जा रहा है। इन केमिकल से आग भड़क रही है।