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ट्विटर पर कही ये बात
वहीं, उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से ये भी कहा कि, हाथरस की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। योगी सरकार ने घटना की जांच और आरोपियों को त्वरित सजा दिलाने के लिए फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट का गठन करके सही कदम उठाया है। इन दरिदों को दी जाने वाली सजा अन्य लोगों के लिए मिसाल बने ताकि भविष्य में कोई ऐसा अपराध करने का साहस न करे!
राजनीतिक हुआ मामला
बता दें कि, उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप का शिकार हुई 19 वर्षीय दलित युवती ने दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया था। इसके बाद युवती के पार्थिव शरीर का पुलिस की कड़ी निगरानी में बुधवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। हालांकि, पीड़िता के परिवार का आरोप है कि, उनकी अनुमति के बिना शव का अंतिम संस्कार किया गया है। यही नहीं गांव के लोगों ने भी इस तरह चुपचाप से अंतिम संस्कार किये जाने का विरोध किया था, लेकिन पुलिस ने सख्ती बरतते हुए अंतिम संस्कार कर दिया।
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मृतका के भाई का आरोप
पीड़िता के भाई का आरोप है कि, ‘पुलिस ने जबरन शव को ले लिया और मेरे पिता को दाह संस्कार के लिए साथ ले गए। पिता के हाथरस पहुंचने पर पुलिस द्वारा उन्हें तुरंत शमशान ले जाया गया।’ उन्होंने कहा, ‘हमने पुलिस को बताया कि, हम सुबह अंतिम संस्कार करेंगे, लेकिन उन्होंने पिता की एक न मानी और जल्दी अंतिम संस्कार करने के कई बहाने दिये। उन्होंने कहा कि, 24 घंटे हो गया है और शरीर विघटित हो रहा है। हालांकि, हम सुबह अंतिम संस्कार इसलिए भी करना चाहते थे क्योंकि तब तक समाज और रिश्तेदार भी आ जाते।
प्रशासन ने दी सफाई
हाथरस के डीएम ने मामले पर सफाई देते हुए कहा कि, ‘परिवार द्वारा लगाया जा रहा सहमति के बिना अंतिम संस्कार का आरोप गलत है। पिता और भाई ने ही रात में अंतिम संस्कार कर लेने की अनुमति दी थी। अंतिम संस्कार के समय परिवार के लगभग सभी सदस्य भी मौजूद थे। पीड़िता का शव ले जाने वाला वाहन रात 12.45 से 2.30 बजे तक गांव में ही मौजूद था।’
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ये है मामला
बता दें कि यूपी में हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 14 सितंबर को 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई। पुलिस द्वारा पीड़िता को अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसकी हालत में सुधार न होने के कारण सोमवार की सुबह उसकी हालत गंभीर हो जाने पर तत्काल उसे दिल्ली भेज दिया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद आनन फानन में किये गए मृतका के अंतिम संस्कार को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस उसपर लगातार सवाल खड़े करके योगी सरकार को घेर रही है।