इस पर आचार्य ऋषभचंद्र का कहना था कि जब समय आएगा, तब आगे बताएंगे। इसके बाद विजयवर्गीय के लिए आचार्य ने करीब एक घंटे तक विशेष पूजा-अर्चना भी की। बताते हैं कि उस दौरान वहां मौजूद सभी लोगों को रवाना कर दिया गया था। बंद कमरे में आचार्य ने विशेष पूजा-अर्चना करवाई, जो एक घंटे तक चली। उन्होंने आशीर्वाद स्वरूप कैलाश को पन्ना रत्न के गणेशजी भेंट किए।
नगर निगम अधिकारियों की बल्ले से पिटाई करने वाले बेटे विधायक आकाश विजयवर्गीय के समर्थन में खुलकर सामने आना कैलाश को भारी पड़ गया था। संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट बोल दिया था कि ऐसे विधायक को पार्टी से बाहर निकाल दिया जाए, चाहे वह किसी भी नेता का बेटा क्यों न हो। उसके बाद से विजयवर्गीय की राजनीति की रफ्तार धीमी हो गई थी, जबकि लोकसभा चुनाव में बंगाल से १७ सीटें जिताने के बाद वे अहम् किरदार में थे।
यहां तक कि वे मध्यप्रदेश सरकार गिराकर मुख्यमंत्री बनने के भी सपने देख रहे थे। वे कल मोहनखेड़ा तीर्थ के आचार्य ऋषभचंद्र सूरीश्वर महाराज के दर्शन करने पहुंचे थे। पिछले कुछ दिनों से आचार्य का चातुर्मास तिलक नगर साईंनाथ कॉलोनी में हो रहा है। उनसे मिलने विजयवर्गीय पहुंचे। कपिल जैन, आनंदी लाल आंबोर, शैलेष जैन, गोलू सकलेचा, पीयूष जैन व अनिल मेहता ने स्वागत किया।