रिजल्ट जारी होने के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान वेद ने परीक्षा से जुड़ा एक्सपीरियंस शेयर करते हुए कहा कि असंभव कुछ भी नहीं। अगर ठान लिया जाए तो सबकुछ संभव है। जीवन में टारगेट होना जरूरी है। साथ ही, टारगेट बड़ा होना भी जरूरी है। इसके बाद मेहनत भी उसी स्तर पर जरूरी है। यही नहीं, अपनी मेहनत पर भरोसा होना भी जरूरी है। वेद का कहना है कि अगर आपने टारगेट के हिसाब से मेहनत की है तो आपको सफलता मिलने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि लर्निंग के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करना जरूरी है। यही साबित करके खुद वेद लाहोटी ने दिखाया और जेईई-एडवांस्ड के रिकॉर्ड ब्रेक करने की जिद पाली और उसे पूरा करके भी दिखाया।
यह भी पढ़ें- भारतीय सेना की सबसे परीक्षा देकर एमपी का बेटा इंडियन आर्मी में सिलेक्ट, हजारों अभ्यार्थियों में सिर्फ 30 पास कौन हैं JEE टॉपर वेद लोहाटी
वेद ने जेईई-एडवांस्ड में आल इंडिया रैंक-1 हासिल की है और 360 में से 352 अंक हासिल कर अब तक के सबसे ज्यादा हासिल किए जाने वाले अंकों का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वो पिछले सात वर्षों से एलन क्लासरूम के स्टूडेंट हैं। जेईई-एडवांस्ड को ही लक्ष्य रखने वाले वेद ने अभी तक ये भी तय नहीं किया है कि आगे कौनसे इंस्टीट्यूट और कौनसी ब्रांच में कॅरियर बनाना है। कक्षा 10वीं में 98.6 फीसदी और कक्षा 12वीं में 97.6 फीसद नंबर हासिल करने वाले वेद ने अब जेईई एडवास में भी बड़ा रिकॉर्ड कायम कर दिया है।
300 में मिले 295 अंक
जेईई-मेन 2024 में में 300 में से 295 अंकों के साथ आल इंडिया रैंक 119 प्राप्त की। वेद हर बात का तार्किक जवाब देने में ही विश्वास रखते हैं। बचपन में स्कूल में किसी सब्जेक्ट में नंबर कम आ जाते तो अपने नाना को लेकर स्कूल चला जाता और टीचर्स से पूछता कि उसे नंबर कम दिये जाने का कारण क्या है ? यह जुनून आज भी कायम है। जेईई-एडवांस्ड में दो सवाल गलत हुए हैं और इसके लिए भी वेद ने चैलेंज डाला है कि ये कैसे गलत हो सकते हैं। यह भी पढ़ें- शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया को आया फोन, ये सांसद भी मोदी कैबिनेट में होंगे शामिल मां और नाना मोटिवेटर
वेद के लिए उसकी मां जया लाहौटी और नाना आर सी सोमानी रियल मोटिवेशन हैं। जब भी किसी परेशानी में होता तो इन्हीं दोनों से चर्चा करता है और उनकी बात भी मानते हुए आगे बढ़ता है। अपने होम टाउन इंदौर में रहने के दौरान हर बात के लिए नाना के साथ रहता था तो कोटा में पढ़ाई के दौरान मम्मी ने पूरा साथ दिया। परीक्षा के दौरान भी मां पूरी तरह साथ रही और हर परिस्थिति में मोटिवेट करती रही।
वेद की और भी कई उपलब्धियां
कक्षा 5 व 6 में आईएमओ में इंटरनेशन रैंक-2 प्राप्त की। कक्षा 8 में इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलंपियाड में गोल्ड मैडल हासिल किया। आईआईटी कानपुर की टेककृति-2020-21 में रैंक-1 प्राप्त की। इसके अलावा कई ओलम्पियाड के लिए कैम्प और फाइनल तक में सलेक्शन हुआ। टैलेंटेक्स में कक्षा 6 से 10 तक फाइनल में रैक प्राप्त की। कक्षा 8 में एलन चैम्प में आल इंडिया रैंक-9 प्राप्त की।