मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के समस्त शहरों का जन्म दिवस मनाने का आव्हान किया था। इसी क्रम में अहिल्या बाई होलकर की जयंती 31 मई को गौरव दिवस मनाया जाएगा। इसके सप्ताहभर के लिए तय किए गए कार्यक्रमों के तहत कल रणजीत हनुमान मंदिर परिसर और गांधी हॉल में सांस्कृतिक, कला एवं साहित्य पर केंद्रित धरोहर कार्यक्रम में कलाकारों ने आकर्षक प्रस्तुति दी। आज सुबह 6 बजे इंदौर गौरव रन का आयोजन किया गया। यह दौड़ अलग-अलग हुई। पहले 5 किलो मीटर तक दौड़ का आयोजन स्टेडियम से पलासिया तक किया गया। इसके बाद 10 किलो मीटर दौड़ स्टेडियम से राजबाड़ा तक हुई।
कलेक्टर मनीष सिंह ने नेहरू स्टेडियम से हरी-झंडी दिखाकर दौड़ की शुरुआत की। इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सोनकर, अपर कलेक्टर आरएस मंडलोई और अपर आयुक्त वीरभद्र शर्मा आदि मौजूद थे। दौड़ में बच्चे-महिला, बुजुर्ग और युवा शामिल हुए। 5 किलोमीटर की दौड़ में भाग लेने वाले धावक नेहरू स्टेडियम से पलासिया तक जाकर वापस आए, जबकि 10 किलोमीटर में हिस्सा लेने वाले रनर्स नेहरू स्टेडियम से राजवाड़ा तक जाकर वापस स्टेडियम आए। सभी रनर्स को कार्यक्रम समाप्ति के बाद कलेक्टर ने प्रशस्ति-पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया। अंत में सभी धावकों को नाश्ता भी दिया गया।
31 मई को होगा भव्य आयोजन गौरव दिवस का मुख्य समारोह 31 मई को शाम 5 बजे नेहरू स्टेडियम में होगा। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंच बनाने के साथ लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां जमने लगी हैं। मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। समारोह में ख्यात गायिका श्रेया घोषाल जहां अपनी प्रस्तुति देंगीं, तो दूसरी तरफ जाने-माने गीतकार और लेखक मनोज मुंतशिर लोकमाता देवी अहिल्या के जीवन के विराट व्यक्तित्व की गाथा का वर्णन करेंगे। कार्यक्रम में शहर का नाम देश-विदेश में रोशन करने वाले प्रबुद्धजनों और अन्य का सम्मान भी किया जाएगा। स्टेडियम में रंगारंग आतिशबाजी और लेजर शो का कार्यक्रम भी रखा गया है, जो कि भव्य होगा। समारोह में आमजन के साथ जनप्रतिनिधि और कई संगठन के पदाधिकारी भी शामिल होंगे। इसी दिन कांग्रेस भी गौरव यात्रा निकालेगी। लोगों की आने वाली भीड़ को देखकर ही स्टेडियम में सारी तैयारी की जा रही है, ताकि अव्यवस्था न हो।
बंटने लगे पास, लगी भीड़ मुख्य समारोह में ख्यात गायिका श्रेया घोषाल के गीत और लेखक मनोज मुंतशिर की देवी अहिल्या की गाथा का वर्णन सुनने के लिए पास सिस्टम रखा गया है। इन एंट्री पास का वितरण शहर के 10 स्थानों पर आज सुबह शुरू किया गया। जिन स्थानों पर पास बांटे जा रहे हैं, उनमें खजराना गणेश मंदिर, रणजीत हनुमान मंदिर, एआइसीटीएसएल ऑफिस, सराफ़ा बाजार, 56 दुकान, कृष्णपुरा छत्री, सपना-संगीता, भंवरकुआं चौराहा, विजय नगर और बड़ा गणपति मंदिर शामिल है। यहां सुबह 8 से 11 बजे तक ही एंट्री पास बांटे गए। इसके चलते पास लेने वाले लोगों की भीड़ लग गई, क्योंकि एंट्री पास का वितरण पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर किया जा रहा है। पास लेने आने वाले लोगों से पहचान के रूप में आधार कार्ड की कॉपी ली जा रही है। एक व्यक्ति को अधिकतम दो पास ही दिए जा रहे हैं। एंट्री पास पर प्रवेश द्वार का नंबर और पार्किंग एरिया की जानकारी अंकित की गई है, ताकि लोगों को कोई परेशानी नहीं हो। पास बांटने के लिए जो स्थान तय किए गए हैं, वहां 1200-1200 पास लोगों को देने के लिए रखे गए हैं। आज तय समय यानी 3 घंटे में अगर यह पास पूरे नहीं बंटे तो कल फिर बांटे जाएंगे। नगर निगम के कर्मचारी टेबल लगाकर यह पास बांट रहे हैं।