इंदौर में बीजेपी पार्षद कमलेश कालरा के घर में घुसकर हमला करने और उनके नाबालिग बेटे का आपत्तिजनक वीडियो बनाने की घटना के 8 दिन बीजेपी ने पार्षद जीतू यादव को पार्टी से निकाला। अपने निष्कासन की भनक लगने पर पार्षद जीतू यादव ने शनिवार सुबह बीजेपी और एमआईसी से त्यागपत्र देने संबंधी पत्र पोस्ट कर दिया था।
3 जनवरी को बीजेपी पार्षद कमलेश कालरा के घर में करीब 50 लोगों ने घुसकर हमला किया। उनके नाबालिग बेटे का आपत्तिजनक वीडियो भी बनाया। शुक्रवार को कोर्ट में बेटे ने बयान दर्ज कराते हुए हमलावरों की करतूतें बताईं।
यह भी पढ़ें: एमपी में कर्मचारियों के साथ बड़ी धोखाधड़ी, नियमानुसार वेतन पुनरीक्षण नहीं कर रही सरकार बीजेपी की छवि धूमिल होते देख पार्टी के आला नेता सक्रिय हुए और आखिरकार प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने एमआईसी मेंबर जीतू यादव उर्फ जीतू जाटव को पार्टी से बाहर निकाल दिया। घर में घुसे हमलावर, जीतू यादव के लोग बताए जा रहे हैं।
घर पर हमले और पुत्र के साथ हुई घटना की शिकायत पार्षद कमलेश कालरा ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही पीएमओ को भी की थी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। विवाद के दौरान जीतू यादव और कमलेश कालरा की बातचीत का एक ऑडियो भी वायरल हुआ जिसमें जीतू ने कहा कि संगठन जाए चूल्हे में।
मामले में मानवाधिकार आयोग ने भी जांच रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने इंदौर पुलिस कमिश्नर से 3 हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है।
जूनी इंदौर पुलिस अभी तक 12 हमलावरों की पहचान कर 6 को गिरफ्तार कर चुकी है। हालांकि अभी तक जीतू यादव के खिलाफ कोई नामजद एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
जूनी इंदौर पुलिस अभी तक 12 हमलावरों की पहचान कर 6 को गिरफ्तार कर चुकी है। हालांकि अभी तक जीतू यादव के खिलाफ कोई नामजद एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
इधर पुलिस जीतू यादव का पूरा आपराधिक रिकार्ड खंगाल चुकी है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार जीतू यादव पर सन 1999 से 2019 तक 11 केस दर्ज हो चुके हैं।