यह है कैटेगरी
सर्वश्रेष्ठ राज्य और सर्वश्रेष्ठ जिला। सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत। सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय (नगर निगम)। सर्वश्रेष्ठ स्कूल-कॉलेज। सर्वश्रेष्ठ संस्थान (स्कूल- कॉलेज के अलावा)। सर्वश्रेष्ठ उद्योग। सर्वश्रेष्ठ नागरिक समाज। सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्ता संघ और सर्वश्रेष्ठ उद्योग कैटेगरी में अवार्ड दिया जाएगा।नगर निगम ने लक्ष्य तय किए
0-शत-प्रतिशत वाटर रियूज हो, एसटीपी आदि से ट्रीट पानी का दोबारा उपयोग किया जाएगा।
0-कैचमेंट क्लियर हो, ताकि बारिश का पानी सीधे तालाबों तक जाए।
तालाबों का गहरीकरण होगा। 0-निगम सीमा की इंडस्ट्रीज में शतप्रतिशत रेन वाटर हार्वेङ्क्षस्टग सिस्टम लगाए जाएंगे।
0- 1500 वर्गफीट से बड़े मकानों में रेन वाटर हार्वेङ्क्षस्टग सिस्टम लगाने के नियम का पालन करेंगे।
0-एक दर्जन से अधिक तालाब हैं। नए तालाब बनाने के लिए जिला प्रशासन से जमीन ली जाएगी।
0-शहर के रिचार्ज जोन में शतप्रतिशत रेन वाटर हार्वेङ्क्षस्टग करवाया जाएगा।
निगम को करने होंगे कई काम
जल प्रबंधन विशेषज्ञ सुरेश एमजी के मुताबिक, बेस्ट नगर निगम का दावा करने के लिए बारिश के पानी का संरक्षण, आर्टिफिशियल वाटर रिचार्ज, वाटर रिचार्ज की नई विधि, जल उपयोग की क्षमता को बढ़ाने और पुर्नउपयोग जैसे कई काम करने होंगे। इसमें नागरिक समितियों, ग्राम पंचायतों, शहरी स्थानीय निकायों, जल उपयोगकर्ता संघों, संस्थानों, कॉर्पोरेट क्षेत्र सहित विभिन्न हितधारकों को प्रोत्साहित करने पर जोर देना होगा। इंदौर नगर निगम इन सब दावों के साथ नेशनल वाटर अवार्ड के लिए मजबूती से पक्ष रख रहा है।-शिवम वर्मा, निगमायुक्त
-पुष्यमित्र भार्गव, महापौर
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