सिंहस्थ-2028 से पहले बाईपास बनाने का प्लान
बताया जा रहा है कि साल 2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ से पहले एनएचआई (NHAI) इंदौर वेस्टर्न बाईपास का काम पूरा करना चाहता है। बाईपास के लिए किसानों से जो जमीन ली जानी है उसका चयन कर लिया गया है और जल्द ही जमीन अधिग्रहण का काम भी शुरू हो जाएगा। NHAI इंदौर डिवीजन के निदेशक सुमेश बंजाल ने बताया कि वेस्टर्न बाईपास के लिए 600 हेक्टेयर जमीन की जरूरत थी। इसमें से सरकार के पास मात्र 30 हेक्टेयर जमीन है। बाकी की 570 हेक्टेयर जमीन किसानों से अधिग्रहित की जाएगी। इसके लिए किसानों को जमीन की कीमत का दोगुना मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अनुमान लगाया गया है कि किसानों की जमीन को अधिग्रहित करने के लिए 600 करोड़ रुपए का मुआवजा बांटा जाएगा। उन्होंने बताया कि किसानों 1.05 करोड़ रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से पैसा दिया जाएगा।
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मुआवजे की राशि से संतुष्ट नहीं किसान
एक तरफ जहां NHAI जमीन अधिग्रहण के बदले किसानों को प्रति हेक्टेयर 1 करोड़ 5 लाख रूपए मुआवजा देने की तैयारी में है तो वहीं दूसरी तरफ किसान इस मुआवजे से संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। किसानों का कहना है कि जो मुआवजा उन्हें दिया जाना है वो मार्केट रेट का 10 परसेंट भी नहीं है।
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