इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन प्रोजेक्ट का भूमिपूजन 19 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उज्जैन में किया था। इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन प्रोजेक्ट के तहत उज्जैन के हरिफाटक पुल से इंदौर के अरविंदो अस्पताल तक रोड बनाई जाएगी। जिसकी लंबाई कुल 46.475 किलोमीटर है। वर्तमान में ये रोड फोरलेन है जिसे दो साल के अंदर सिक्सलेन में तब्दील करने का लक्ष्य रखा गया है। रोड का निर्माण हाइब्रिड वार्षिकी पद्धति से पेव्ड शोल्डर के साथ होगा। मुख्य सड़क डामर की और आबादी क्षेत्र में एप्रोच रोड सीमेंट-कांक्रीट की बनाई जाएगी। फिलहाल रोड किनारे भराव और मध्य में काम शुरू करने से पहले पेड़-पौधों को हटाया जा रहा है।
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इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन पर सिक्सलेन निर्माण में तीन फ्लायओवर व 6 अंडरपास बनाए जाएंगे। मार्ग में आने वाले बड़े जंक्शन पर फ्लाय ओवर और सर्विस रोड का निर्माण होगा। धरमपुरी, सांवेर और पंथ पिपलई में तीन तो उज्जैन में दो फ्लाय ओवर का निर्माण होना है। इसके अलावा 6 अंडरपास भी बनेंगे। वर्तमान में इंदौर-उज्जैन रोड 8.50-8.50 मीटर चौड़ा है। सिक्स लेन में तब्दील होने के बाद 25 मीटर यानी 12.50-12.50 मीटर में चौड़ा हो जाएगा। इसमें एक ओर 3.50 मीटर की तीन लेन तो 4 मीटर के शोल्डर होंगे। इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन प्रोजेक्ट का काम पूरा होने के बाद इंदौर से उज्जैन की दूरी 40 मिनिट में तय की जा सकेगी। साल 2028 से पहले प्रोजेक्ट के पूरा होने से सिंहस्थ में आने वाले लोगों को काफी सहूलियत होगी।