वर्मा का आरोप है कि वे 22 अप्रेल 2012 को बाइक से धार रोड पर जा रहे थे। रामकृष्णबाग के सामने एक बड़ा गड्ढा खुदा था। पास ही मटेरियल फैला था। यहां सड़क क्षतिग्रस्त होने संबंधी कोई जानकारी या संकेतक नहीं थे। गड्ढा दिखे, प्रकाश व्यवस्था भी नहीं थी। इससे वे बाइक समेत गड्ढे में गिर गए थे। उनके हाथ में चोट आई। उनकी सर्जरी करनी पड़ी। पुलिस और नगर निगम से शिकायत की, पर किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद वे कोर्ट पहुंचे।