उज्जैन से इंदौर के बीच दोहरीकरण होने से गाड़ी लेट होने या अन्य परेशानियां नहीं होंगी। इससे यात्रियों को फायदा होगा। मांगलिया प्रोजेक्ट को लेकर भूमि अधिग्रहण व वन विभाग से चर्चा जारी है। सबसे अधिक देरी ब्रिज बनाने में होती है। ब्रिज बनाने के कार्य जारी हैं।
उन्होंने बताया, खंडवा से इंदौर के बीच अब तेजी से काम किया जा रहा है। यहां टनल बनाई जानी है, जिसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। पहले यहां एक कॉन्ट्रेक्टर काम कर रहे थे, जो काम बंद कर चुक थे, लेकिन अब फिर से काम शुरू हो गया है। फारेस्ट को लेकर भी चर्चा जारी है।
इंदौर रेलवे स्टेशन को वृहद रूप से विस्तार किया जाएगा। शहर की जनसंख्या और 50 साल बाद की स्थिति को देखते हुए यह बनेगा। एक सिटी सेंटर के रूप में विकसित होगा। यहां विश्वस्तर की सुविधाएं होंगी। उज्जैन स्टेशन को भी बेहतर किया जा रहा है। वहां के लिए भी एक ड्राइंग डिजाइन बनाई गई है।
उन्होंने बताया, महू रेलवे स्टेशन में तीन पिट लाइन बन चुकी हैं। यार्ड का विस्तार किया जा रहा है। छह रेल लाइन बन रही हैं, जिससे चार प्लेटफॉर्म होंगे। आने वाले समय में दिल्ली से आने वाली ट्रेनों का यही पर ठहराव होगा व यहीं से शुरू भी होंगी। दूसरी तरफ, लक्ष्मी बाई स्टेशन से भी ट्रेनें शुरू होंगी। वंदे मेट्रो में भी समय लगेगा। अन्य जगहों पर भी इस तरह की ट्रेनें शुरू होंगी।