दरअसल, इंदौर के वार्ड क्रमांक 50 में सफाई कर्मचारी के पद पर पदस्थ रेखा बाई ने लोकायुक्त पुलिस में शिकायत की थी। रेखा बाई ने लोकायुक्त पुलिस से शिकायत करते हुए कहा कि, दरोगा संजय सगत वह हर महीने हाजिरी लगाने के एवज में 5500 रुपए रिश्वत की मांग कर रहा है। अक्टूबर और नवंबर माह का वेतन आ चुका है। अब दिसंबर माह में हाजिरी लगाने के नाम पर दरोगा 11 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा है।
रिश्वत लेते रंगे हाथ धराया दरोगा
महिला कर्मचारी की शिकायत के आधार पर लोकायुक्त पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से रंग लगे नोट महिला कर्मचारी को दिये। इसके बाद तय समय पर रुपए लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी दरोगा के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
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पांच दिन में रिश्वतखोरी का दूसरा मामला
इंदौर नगर निगम में रिश्वतखोरी का मकड़जाल कितनी कसकर बुना हुआ है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, यहां पांच दिनों के भीतर ही रिश्वतखोरी का दूसरा मामला पकड़ाया है। इससे पहले भी लोकायुक्त पुलिस ने एक दरोगा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। आरोपी दरोगा सोनू बैंदवाल एक सफाईकर्मी से 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी।
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