दरअसल इंदौर में अनंत चतुर्दशी पर झांकी निर्माण के लिए कपड़ा मिल की गणेशोत्सव समितियों ने आर्थिक मदद की गुहार लगाई थी। गणेशोत्सव समितियों ने नगर निगम, आइडीए और संस्कृति मंत्री से झांकी निर्माण के लिए राशि मुहैया कराने की बात कही थी। पत्रिका ने भी इस मुद्दे को उठाया था। इसके बाद जिम्मेदारों ने कदम उठाया और राशि बढ़ाकर देने की घोषणा कर दी।
इंदौर नगर निगम हर साल गणेशोत्सव समितियों को झांकी निर्माण के लिए एक लाख रुपए की मदद करती है। गणेशोत्सव समितियों ने इस बार दोगुनी राशि देने की मांग की थी। गणेशोत्सव समितियों का कहना था कि बढ़ती महंगाई को देखते हुए गणेशजी की झांकी के लिए भी राशि बढ़ाकर दी जानी चाहिए।
इंदौर नगर निगम में एमआइसी सदस्य नंदकिशोर पहाड़िया ने बताया कि गुरुवार को हुई बैठक में इस संबंध में चर्चा हुई। पर निगम के सभी पार्षदों की सहमति से महापौर ने सभी मिल समितियों को इस बार गणेशजी की झांकी के लिए दो-दो लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की।
बता दें कि विधायक महेंद्र हार्डिया ने पांचों मिल को पिछली बार 15-15 हजार रुपए मदद की थी। इस बार उन्होंने 25-25 हजार रुपए देने की घोषणा की है। देशभर की तरह इंदौर में भी हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेशोत्सव प्रारंभ होता है। यह 10 दिवसीय उत्सव अनंत चतुर्दशी तक चलता है। गणेश चतुर्थी पर घरों के साथ पंडालों में भी गणपतिजी की मूर्ति स्थापित की जाती है। पूरे 10 दिनों तक धूमधाम से महोत्सव मनाया जाता है। इस साल 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी से उत्सव की शुरुआत होगी जिसका समापन 28 सितंबर को अनंत चतुर्थी पर होगा।