इन तीन शहरों में की कार्रवाई
आयकर विभाग (Income Tax Department) ने हाल ही में
इंदौर, खरगोन व रतलाम में छापामार कार्रवाई की। इंदौर में कटारिया फायनेंस के कर्ताधर्ता के घर व ठिकानों पर छापा मारा गया। इंदौर में कटारिया फाइनेंस को संचालित करने वाले चारों भाइयों के यहां टीम पहुंची थी। एक घर में तो टीम जब पहुंची लेकिन धनकुबेर तिजोरी नजर नहीं आई। बाद में अधिकारी का ध्यान पहुंचा तो वह आसानी से नहीं खुल रही थी। परिजनों को खोलने के लिए कहां तो उन्होंने बताया कि मैग्नेट चाबी से खुलती है।
ब्याज पर चलाते थे, हुंडी चिट्ठी का बड़ा कारोबार
बाद में तिजोरी ने 500-500 के नोटों की गड्डियां उगलना शुरू की। चारों जगह पर कुल 6 करोड़ रुपए नकद और 14 किलों से अधिक सोना मिला। कटारिया बंधू पैसे को ब्याज पर चलाते थे। हुंडी चिट्ठी का बड़ा कारोबार है। कई चिट्ठी भी मिली जो शहर के कई नामी कारोबारियों के नाम पर है। विभाग की निगाह अब उन पर है जिन्हें नोटिस देकर बुलाया जाएगा या बड़ा कारोबार देखकर उन पर भी कार्रवाई की जा सकती है। कुछ के तो संपत्ति के कागजात भी मिले। बताते है कि चार बैंक के लॉकर थे जिसमें से दो को खाला गया। चर्चा है कि कार्रवाई के दौरान राजनीतिक पहुंच बताने का भी प्रयास किया गया। ये भी पढ़ें: MP Politics: काउंटिंग से पहले कांग्रेस का बड़ा दावा, Exit Poll 2024 को लेकर ये क्या बोले दिग्विजय और कमलनाथ तीनों जगहों का आकड़ा पहुंचा 9 करोड़
तीनों शहरों इंदौर, खरगोन व
रतलाम में अलग अलग टीम काम पर जुटी थी जिसमें 9 करोड़ नकद, 17 किलो सोना और डायमंड की ज्वेलरी सहित सामान जप्त किया है।
यहां भी हुई कार्रवाई
खरगोन में राधाकृष्ण मथुरालाल फर्म के दाल मिल कारोबारी नवनीत महाजन और सुमित महाजन के ठिकानों से विभाग को 1.25 करोड़ नकद और 1.75 किलो सोने के जेवरात मिले है। इसके अलावा रतलाम में हवाला कारोबारी मनीष और लवीश पटवा के ठिकानों से भी विभाग को 1.75 करोड़ रुपए नकद, ज्वेलरी और हवाला के दस्तावेज मिले है। इस कारोबारी ने अपने घर की टाइल्स के पीछे और दीवारों में पैसे छिपाकर रखे थे। उक्त कार्रवाई एडिशनल डायरेक्टर और डेप्युटी डायरेक्टर द्वारा की जा रही है।