कनाडिय़ा बायपास पर बिचौली हप्सी के समीप ब्रिज पर शुक्रवार दोपहर 3.45 बजे दिल्ली पब्लिक स्कूल की बस (एमपी 09 एफए 2029) का स्टेयरिंग फेल हो गया। बस डिवाइडर को लांघते हुए दूसरी लेन में जाकर ट्रक (यूपी 78 सीटी 7890) से भिड़ गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। झटके से उसकी दिशा भी बदल गई। दुर्घटना में 4 बच्चों व ड्राइवर की मौत हो गई है। 4 बच्चे वेंटिलेटर पर हैं। बस में कुल 15 लोग सवार थे, जिनमें 13 बच्चे थे। पुलिस ने स्कूल पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
हादसे में स्कूल बस ड्राइवर राहुल सिसौदिया, छात्र स्वस्तिक पांडा, श्रुति लुधियानी, कृति अग्रवाल, हरमीत कौर कुमार की मौत हो गई है जबकि आठ स्कूली बच्चे व कंडक्टर बलवीर उर्फ बल्लू गंभीर रूप से घायल हुए। इस हादसे के बाद पूरा शहर सिहर उठा है। लापरवाही को लेकर तमाम आरोप स्कूल प्रबंधन पर लग रहे हैं। इसी बीच घटना की प्रांरभिक जांच में भी पुलिस ने स्कूल प्रबंधन की लापरवाही मानी है।
इसी के चलते मामले में कनाडिय़ा थाने पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। इस घटना के लिए कौन लोग जिम्मेदार है, जिन्हें मामले में आरोपित बनाया जाएगा ये पुलिस की जांच में सामने आएगा। पहली बार ऐसा हुआ है जब गंभीर हादसे में गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। एएसपी प्रशांत चौबे मामले की जांच कर रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बस की रफ्तार 80-90 थी। यही कारण रहा कि ओवरब्रिज पर होने के बाद भी वो डिवाइडर पार करते हुए दूसरी तरफ जा पहुंची। बताया जा रहा है कि बस अगर ट्रक से नहीं टकराती तो ओवरब्रिज की दीवार तोड़ते हुए नीचे जा गिरती। ऐसे में हादसा और बड़ा हो जाता।
शनिवार को जब डीपीएस स्कूल के बच्चों की शवयात्रा निकली तो पूरा शहर बिलख पड़ा। श्रुति लुधियानी, कृति अग्रवाल और हरमीत (खुशी) कौर का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं कनाडिय़ा गांव में ड्राइवर राहुल का भी अंतिम संस्कार हुआ।