निगम कर्मचारी करता रैकी, साथी चुरा लेते बाइक
फोटो: आशीष शर्मा इंदौर. लसूडिय़ा पुलिस ने वाहन चुराने वाले गिरोह को पकड़ा है। इसका नाबालिग सदस्य रैकी कर गाड़ी की जानकारी अपने साथी को देता। चोरी की गाड़ी का इस्तेमाल अवैध शराब की तस्करी के साथ गन्ने की चरखी की मशीन के लिए हो रहा था। गाड़ी खरीदने वाला तय मॉडल की बाइक ही गिरोह से खरीदता है। लसूडिय़ा पुलिस ने रामनाथ पिता गणपतनाथ निवासी नाथ मोहल्ला, राजवीर नाथ निवासी रुपाखेड़ी काकड देवास को पकड़ा। ये चोरी की बाइक से निरंजनपुर में अवैध शराब सप्लाई करने आए थे। इनके पास से दो केन में 70 लीटर शराब मिली।
टीआई संतोष दूधी ने मामले की जांच में एसआई अशरफ अली, एसआई हेमंत मिसरोद, सिपाही धीरेंद्र सिंह, राजकुमार, अंकुश दांगी, मनोज को लगाया। टीम ने पूछताछ की तो पता चला कि राहुल पिता मोहन निवासी निंरजनपुर व राहुल पिता राकेश गाड़ी चोरी करते है। इन्हें वे अर्जुन पिता रमेश निवासी रुपाखेड़ी कांकड देवास को पांच से दस हजार रुपए में बेचते है। अर्जुन ही उनसे बाइक का मॉडल बताकर गाड़ी चोरी करवाता। सबसे ज्यादा हीरो होंडा डॉन गाड़ी गिरोह चोरी करता। इस गाड़ी के इंजन का इस्तेमाल गन्ने की चरखी की मशीन में होता है। साथ ही चोरी की गाड़ी से अवैध शराब की तस्करी की जाती। गाड़ी चुराने के बाद बिकने तक उसे निपानिया व महालक्ष्मी नगर में रहवासी बिल्ंिडग की पॉर्र्किंग में खड़ा कर दिया जाता। गाड़ी का सौदा देवास में होता। इससे निरंजनपुर व खालसा चौक में शराब की तस्करी हो रही थी। राहुल पिता मोहन शराब तस्करी के मामले में जेल में है। उससे पूछताछ पुलिस करेंगी। गिरोह से एक नाबालिग भी जुड़ा है। वह नगर निगम की सफाई मशीन पर काम करता है। काम के दौरान ही वह गाड़ी की रैकी कर राहुल को बताता। इन लोगो ने विजय नगर, एमआईजी, राजेंद्र नगर व अन्य जगहो से गाडिय़ा चुराई है। पुलिस इनसे अन्य वारदातो के बारें में पूछताछ कर रही है।