अक्षय बम ने बाकायदा पत्रकार वार्ता बुलाकर अपना पक्ष रखा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनपर पुराने केस या अन्य किसी बात का कोई दबाव नहीं था। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया कि कोई मुझे सपोर्ट नहीं कर रहा था। सचिन पायलट दो घंटे तक इंदौर एयरपोर्ट पर यूं ही बैैठे रहे, लेकिन मेरे लिए प्रचार नहीं किया।
यह भी पढ़ें— Ladli Behna Yojana : लाड़ली बहनों के लिए आई अच्छी खबर, सीएम मोहन यादव ने किया बड़ा ऐलान अक्षय बम के अनुसार उनका टिकट तय होते ही स्थानीय नेता कन्नी काटने लगे थे। न तो जनसंपर्क में सहयोग किया न ही प्रचार के लिए बड़े नेताओं की मदद मिल रही थी। इससे आहत होकर मैंने पिता से बात की और देश व समाज की सेवा के लिए काम करने की भावना से बीजेपी में आ गया।
कांग्रेस प्रत्याशी की नामांकन वापसी के बाद इंदौर की पूरे देश में चर्चा हो रही है। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी ने अक्षय बम पर दबाव डाला, उन्हें परेशान किया। पुराने केस में हत्या के प्रयास की धारा बढ़ाई जिससे आखिरकार बम ने हथियार डाल दिए और बीजेपी ज्वाइन कर ली। रविवार को अक्षय बम ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिए।
उन्होंने कहा कि मुझपर पर किसी दबाव की बात गलत है। कांग्रेस नेता मुझे बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहे थे इसलिए मैंने पार्टी छोड़ी। सचिन पायलट मालवा निमाड़ की कई सीटों पर प्रचार करने आए पर इंदौर में उनका कार्यक्रम नहीं बनाया गया। वे इंदौर एयरपोर्ट पर दो घंटे तक बैैठे रहे, लेकिन मेरे लिए चुनाव कार्यक्रम नहीं बनाया गया।
कांग्रेस नेताओं के असहयोग से आहत होकर मैंने कैलाश विजयवर्गीय से बात की और इसके बाद नाम वापसी का फैसला लिया। पत्रकार वार्ता मेें विजयवर्गीय ने कहा कि बम अच्छा काम करने की इच्छा लिए बीजेपी में शामिल हुए हैं।