कृष्णपुरा छत्रियां: रांग साइड से बिगड़ी व्यवस्था
जवाहर मार्ग पर प्रेमसुख टॉकिज के पास पुल टूटने से ट्रैफिक का पूरा दबाव कृष्णपुरी छत्रियों के पास से नंदलालपुरा व राजबाड़ा वाले मार्ग पर आ गया है। नंदलालपुरा से आने वाले वाहन पुल की ओर आने से क्रॉसिंग के दौरान जाम लग जाता है। यहां रांग साइड वाहन बड़ी समस्या है। शुरुआत में बैरिकेड्स लगाए थे, पुलिस बल तैनात रहता था, लेकिन अब ध्यान नहीं देने से शाम को जाम लगता है। यशवंत रोड चौराहे पर शाम को राजबाड़ा तक वाहनों की कतार लग जाती है।
जवाहर मार्ग पर प्रेमसुख टॉकिज के पास पुल टूटने से ट्रैफिक का पूरा दबाव कृष्णपुरी छत्रियों के पास से नंदलालपुरा व राजबाड़ा वाले मार्ग पर आ गया है। नंदलालपुरा से आने वाले वाहन पुल की ओर आने से क्रॉसिंग के दौरान जाम लग जाता है। यहां रांग साइड वाहन बड़ी समस्या है। शुरुआत में बैरिकेड्स लगाए थे, पुलिस बल तैनात रहता था, लेकिन अब ध्यान नहीं देने से शाम को जाम लगता है। यशवंत रोड चौराहे पर शाम को राजबाड़ा तक वाहनों की कतार लग जाती है।
मालवा मिल-पाटनीपुरा : रोज लगता है जाम
104 फीट चौड़ी रोड के बाद भी मालवा मिल व पाटनीपुरा चौराहे पर रोज ट्रैफिक जाम की समस्या बन गई है। यहां दुकानों के अतिक्रमण, वाहनों की पार्किंग व सडक़ पर मंडी व ठेलों ने स्थिति खराब कर दी है। पाटनीपुरा चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल है, लेकिन पालन नहीं किया जाता। ट्रैफिक पुलिस अधिकांश समय नदारद रहती है। मालवा मिल चौराहे पर पांच सडक़ें मिलती हैं। चौराहा बड़ा है, लेकिन व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस नहीं होने से वाहन गुत्थमगुत्था होते हैं।
104 फीट चौड़ी रोड के बाद भी मालवा मिल व पाटनीपुरा चौराहे पर रोज ट्रैफिक जाम की समस्या बन गई है। यहां दुकानों के अतिक्रमण, वाहनों की पार्किंग व सडक़ पर मंडी व ठेलों ने स्थिति खराब कर दी है। पाटनीपुरा चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल है, लेकिन पालन नहीं किया जाता। ट्रैफिक पुलिस अधिकांश समय नदारद रहती है। मालवा मिल चौराहे पर पांच सडक़ें मिलती हैं। चौराहा बड़ा है, लेकिन व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस नहीं होने से वाहन गुत्थमगुत्था होते हैं।
गिटार चौराहा
बीआरटीएस पर पलासिया थाने के सामने गिटार चौराहा वाहनों के साकेत नगर चौराहे तरफ क्रॉसिंग से अस्त-व्यस्त रहता है। बीआरटीएस पर शाम को वाहनों की कतार से क्रॉसिंग के वाहन ट्रैफिक जाम कर देते हैं। पुलिस कर्मी पेड़ के नीचे खड़े होकर चालान बनाने या बातचीत में मशगूल रहते हैं।
बीआरटीएस पर पलासिया थाने के सामने गिटार चौराहा वाहनों के साकेत नगर चौराहे तरफ क्रॉसिंग से अस्त-व्यस्त रहता है। बीआरटीएस पर शाम को वाहनों की कतार से क्रॉसिंग के वाहन ट्रैफिक जाम कर देते हैं। पुलिस कर्मी पेड़ के नीचे खड़े होकर चालान बनाने या बातचीत में मशगूल रहते हैं।
छावनी चौराहा
आरएनटी मार्ग के व्यस्त चौराहों में छावनी चौराहा भी है। यहां सडक़ चौड़ीकरण शुरू हुआ था, पर काम पूरा नहीं हुआ। ट्रैफिक सिग्नल अधिकांश बंद, पुलिसकर्मी नदारद रहते हैं। दुकानों के बाहर खड़े वाहन व लेफ्ट टर्न चौड़े नहीं होने से वाहन फंसने से निकलने में खासा समय लगता है।
आरएनटी मार्ग के व्यस्त चौराहों में छावनी चौराहा भी है। यहां सडक़ चौड़ीकरण शुरू हुआ था, पर काम पूरा नहीं हुआ। ट्रैफिक सिग्नल अधिकांश बंद, पुलिसकर्मी नदारद रहते हैं। दुकानों के बाहर खड़े वाहन व लेफ्ट टर्न चौड़े नहीं होने से वाहन फंसने से निकलने में खासा समय लगता है।
पुलिस प्रयास कर रही है
शाम को वाहनों का दबाव बढऩे से ट्रैफिक जाम बढ़ जाता है। कई चौराहों पर सिग्नल का टाइमिंग भी बदला जा रहा है। ट्रैफिक पुलिस तैनात रहती है। सिपाहियों को निर्देशित कर रहे हैं कि ज्यादा ध्यान ट्रैफिक व्यवस्थित करने में लगाएं। कई जगह लेफ्ट टर्न चौड़े होना हैं, इसके लिए नगर निगम से बात की जा रही है।
हरिनारायणाचारी मिश्र, डीआइजी
शाम को वाहनों का दबाव बढऩे से ट्रैफिक जाम बढ़ जाता है। कई चौराहों पर सिग्नल का टाइमिंग भी बदला जा रहा है। ट्रैफिक पुलिस तैनात रहती है। सिपाहियों को निर्देशित कर रहे हैं कि ज्यादा ध्यान ट्रैफिक व्यवस्थित करने में लगाएं। कई जगह लेफ्ट टर्न चौड़े होना हैं, इसके लिए नगर निगम से बात की जा रही है।
हरिनारायणाचारी मिश्र, डीआइजी
चालान छोड़ व्यवस्था में लगें
शहर की बड़ी समस्या बनते जा रहे ट्रैफिक जाम का हल पुलिस को ही निकालना होगा। लोक परिवहन को बढ़ावा देने के साथ ही शाम को चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती करना होगी। वाहन चालकों अपनी लेन में रहे तो आसानी से निकल सकते हैं। पुलिस चालान बनाने के बजाय मैनेजमेंट पर ध्यान रखे तो स्थिति से निपटा जा सकता है।
आरएस राणावत, पूर्व एएसपी, ट्रैफिक
शहर की बड़ी समस्या बनते जा रहे ट्रैफिक जाम का हल पुलिस को ही निकालना होगा। लोक परिवहन को बढ़ावा देने के साथ ही शाम को चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती करना होगी। वाहन चालकों अपनी लेन में रहे तो आसानी से निकल सकते हैं। पुलिस चालान बनाने के बजाय मैनेजमेंट पर ध्यान रखे तो स्थिति से निपटा जा सकता है।
आरएस राणावत, पूर्व एएसपी, ट्रैफिक