देशभर में इलेक्ट्रिक व्हीकल का माहौल बन चुका है। लोग ये वाहन खरीदने को लालयित हैं। अब तक 43 हजार 553 से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहन रजिस्टर्ड हो चुके हैं। इस मामले में प्रदेश में इंदौर अव्वल है। सबसे ज्यादा इवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) इंदौर में हैं। दूसरे नंबर पर भोपाल और तीसरे पर ग्वालियर है। सबसे पीछे आलीराजपुर है। यहां सबसे कम वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं। डिंडोरी, उमरिया, सिंगरोली और राजगढ़ में भी कम वाहन हैं। हालांकि प्रदेश सरकार की नीतियों में स्पष्टता को लेकर कुछ दिक्कत है, लेकिन राहत की बात यह है कि सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है। कारोबारी भी इस क्षेत्र में प्लांट लगाने को तैयार हैं। सरकार ने इवी एंसीलरी व बैटरी क्लस्टर जैसी सुविधाओं से यह विश्वास दिलाया है कि देश में इंदौर को इलेक्ट्रिक व्हीकल मेन्यूफेक्चरिंग का हब बनाया जाएगा। सड़कों पर इ-व्हीकल की बढ़ती संख्या बता रही है कि जल्द ही सबकुछ ठीक होने वाला है।
1 मई से ग्रीन सेल कंपनी ने न्यूगो नाम से इलेक्ट्रिक बस का संचालन शुरू किया। प्रदेश में एकमात्र कंपनी इंदौर से भोपाल के बीच इलेक्ट्रिक बस चला रही है। शुरुआत दो बसों से की, अब 10 बसें चलने लगी हैं। इंदौर से भोपाल के बीच हर बस तीन फेरे लगाती है। हर एक घंटे में इलेक्ट्रिक बस उपलब्ध है। प्रीमियम श्रेणी की बस एसी होने के साथ ही कई सुविधाओं से लैस है। स्टेट कैरिज की करीब 1 हजार डीजल बसों के बीच 10 इलेक्ट्रिक बसों की प्रदेश में शुरुआत अच्छे संकेत दे रही है।
केंद्र सरकार से यह मिल रही छूट
-रजिस्टर्ड कंपनियों के टू-व्हीलर पर केंद्र द्वारा 30,000 तक की छूट।
-कार पर यह छूट 1.5 लाख रुपए व तीन पहिया या अन्य वाहनों पर बैटरी क्षमता के अनुसार छूट तय है।
-राज्य सरकार से-राज्य सरकार से वाहन की रजिस्ट्रेशन फीस और टैक्स पर 4 प्रतिशत की छूट मिलती है।
देश के पहले प्रीमियम इलेक्ट्रिक इंटर-सिटी कोच सर्विसेस ने भोपाल-इंदौर रूट पर नई सेवाएं शुरू की है। जिसके माध्यम से आपको एक सुरक्षित और ग्रीनर राइड का आनंद मिलेगा, जिसकी आप बहुत ही आसानी से बुकिंग भी कर सकते हैं, यात्रियों को बेहतरीन सुविधाओं के साथ ये सेवाएं भोपाल-इंदौर रूट पर 349 रुपए प्रति सीट के स्पेशल ऑफर के साथ शुरू की है।