दरअसल, त्योहार आते ही खासतौर पर लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों की आवाजाही बढ़ जाती है। ऐसे ट्रेनों में कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है। कई बार लोगों को अपनी यात्रा भी निरस्त करनी पड़ती है या किसी अन्य संसाधन से अपनी मंजिल पर पहुंचना पड़ता है। बता दें कि इस बार 19 अगस्त को रक्षाबंधन है, लेकिन अभी से ही इंदौर से चलने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग का सिलसिला शुरू हो चुका है।
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कई टिकटों की वेटिंग 100 पार
खासतौर पर उत्तर भारत और बिहार जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग 100 के पार निकल चुकी है। ऐसे में यहां यात्रा पर जाने वालों की वेटिंग कंफर्म हो पाना खासा मुश्किल बात है। 17 अगस्त को इंदौर से पटना जाने वाली ट्रेन में स्लीपर में 70 और थर्ड एसी में 50 वेटिंग है। 17 अगस्त को मालवा एक्सप्रेस रिग्रेट हो गई, यानी वेटिंग क्षमता भी पूरी हो चुकी है। इसके अलावा, इंदौर-दिल्ली इंटरसिटी की वेटिंग भी 137 पार है। इंदौर से कोलकाता के बीच चलने वाली शिप्रा एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में 70 वेटिंग चल रही है तो वहीं इंदौर से मुंबई जाने वाली अवंतिका एक्सप्रेस की वेटिंग भी 90 पार हो चुकी है। इसी तरह शहर के इसी दूरी की अन्य ट्रेनों की वेटिंग का भी यही हाल है।रेलवे ने चलाई स्पेशल ट्रेन
हालांकि, यात्रियों की इसी असुविधा का बहुत हद तक निराकरण करने के लिए भारतीय रेलवे के रतलाम मंडल ने इंदौर-दिल्ली के बीच रक्षाबंधन के ठीक पहले स्पेशल ट्रेन का एक फेरा लगाने का पैसला लिया है। मंडल पीआरओ प्रदीप शर्मा का कहना है कि रक्षाबंधन के दौरान ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए इंदौर से निजामुद्दीन के मध्य स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। ये ट्रेन दोनों दिशाओं में एक-एक फेरा लगाएगी। यह भी पढ़ें- दहेज प्रताड़ना के नाम पर तेजी से बढ़ रहा पति को फंसाने का चलन, ये जानना बेहद जरूरी