MUST READ : जिंदा ही श्मशान में लेट गए पार्षद, जानें क्या है मामला डॉ. आंबेडकर नगर (महू) से चलने वाली मालवा एक्सप्रेस इंदौर स्टेशन पर 15 मिनट ठहरती है। ट्रेन इंदौर स्टेशन पहुंची तो यात्री बी-1 एसी कोच के बजाय स्लीपर कोच लगा देखकर हक्के-बक्के रह गए। इनमें अधिकतर यात्री शहर के बाहर के होने से लौट भी नहीं पा रहे थे। दिल्ली जा रहे परिवार ने बताया, रेलवे अफसरों ने इस संबंध में पूर्व में कोई सूचना नहीं दी। अब हम यात्रा निरस्त भी नहीं कर सकते। रेल अधिकारी सहयोग भी नहीं कर रहे। माता वैष्णो देवी के दर्शन को जाने वाले यात्रियों ने कहा, हमारा पूरा शेड्यूल फिक्स है, टे्रन कैसे छोड़ दें। रेलवे प्रवक्ता का कहना है कि बी-१ एसी कोच में तकनीकी खराबी के चलते नहीं लगाया जा सका। इसका अनाउंसमेंट कर दिया था।
MUST READ : मायके जाने से रोकता था पति, पत्नी नहीं मानी तो ऐसा कर दिया हाल बजट में राशि मिलने से महू-खंडवा और अकोला के बीच गेज परिवर्तन कार्य पकड़ेगा गति इमहू-खंडवा और अकोला गेज परिवर्तन काम में अब गति आएगी। शुक्रवार को केंद्र सरकार ने बजट में इसके लिए एकमुश्त 355 करोड़ की राशि दी है। बजट में इंदौर को कोई बड़ी सौगात नहीं मिली। लक्ष्मीबाई नगर से रतलाम दोहरीकरण के लिए राशि मिलने की उम्मीद थी, जो पूरी नहीं हुई।
MUST READ : शादी के पहले ये जानना चाहता था पति, उल्टा पड़ा दांव और पहुंचा पुलिस गिरफ्त में, ये था मामला रतलाम-इंदौर-महू-खंडवा-अकोला के बीच गेज परिवर्तन को बजट मिलने के बाद निर्माण कार्य में रफ्तार आएगी। रेल जानकारों की मानें तो रतलाम-अकोला गेज परिवर्तन प्रोजेक्ट को अनुमानित 355 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत हुआ है। हालांकि बजट की राशि स्पष्ट नहीं हो सकी है। पूर्व में रेलवे को गेज परिवर्तन के लिए 487 करोड़ रुपए का बजट दिया जा चुका है।