अब मालवा के शहरों रतलाम, उज्जैन और देवास में भी पोहा जलेबी के साथ दिन की शुरूआत होने लगी है, या यूं कहें कि समूचा मालवा भी पोहा जलेबी का शौकीन होता जा रहा है। इंदौर में कई स्थानों पर इंदौरी पोहा जलेबी की एक दुकानें चल रही है, जिसका स्वाद काफी पसंद किया जाने लगा है. कुछ साल पहले तक पोहा जलेबी का प्रचलन खास तौर से इंदौर में कुछ क्षेत्रों में था, लेकिन यह नाश्ता समय के साथ समूचे इंदौर के अलावा प्रदेश के अन्य शहरों में मशहूर हो गया है। नवंबर से मार्च माह के बीच पोहा की खपत करीब 30% से ज्यादा हो जाती है तो मैदा और शुद्ध घी से बनी जलेबी की खपत भी बढ़ जाती है।
समय की बचत और हेल्दी नाश्ता
जानकार पोहा को हेल्दी नाश्ता भी बताते हैं क्योंकि यह तला भुना नहीं बल्कि स्टीम्ड विधि से बनाया जाता है। साथ ही नाश्ते के लिए आसान और स्वादिष्ट विकल्प है। इंदौर शहर में पुलिसकर्मी से लेकर पत्रकार और वकील के साथ अन्य पेशे के लोग दिन भर की व्यस्तता के बीच पोहा जलेबी की दुकान पर पहुंचते हुए दिखाई देते हैं। कम समय में इस नाश्ते का भरपूर आनंद लिया जा सकता है।
एनर्जी भी भरपूर मिलती है
जानकारों की माने तो पोहा भरपूर एनर्जी देता हैं, क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट पर्याप्त मात्रा में होता है। स्वाद के साथ ही यह शरीर को पोषण भी देता है और पोहा बनाते समय कई तरह की सब्जियां, मूंगफली और अन्य ड्राइफ्रूट्स का इस्तेमाल किया जाता है, इससे पोहा से पेट खराब होने का खतरा भी कम रहता है और पोहा में भरपूर मात्रा में आयरन का पोषण होना भी बताया जाता है। इसका सेवन करने से एनर्जी बनी रहती है, हालांकि इसे एक मात्रा से ज्यादा खाना कुछ हानी वाला साबित हो सकता है, लेकिन नाश्ते में पोहा खास है।