आईआईएम कैंपस के दौरान इंस्टीट्यूट के दो वर्षीय फ्लैगशिप पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम और पांच वर्षीय इंटीग्रेटिड प्रोग्राम के 572 विद्यार्थियों को जॉब ऑफर हुई है। इस साल 180 कम्पनियां आईं, जिनमें 30 नई थी। इन्होंने आईआईएम इंदौर के 2022 के स्टूडेंट को सम्मानजनक ऑफर दिए।
वही दूसरी ओर भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर ने कोरोना महामारी के भारत पर प्रभाव को समझने के लिए जर्मनी के एक प्रभावी निकाय से हाथ मिलाया है। इसका मकसद भारतीय औद्योगिक प्रतिष्ठानों, उनके कर्मचारियों और कार्य संस्कृति पर असर का अध्ययन करना है। इस बात का पता लगाने के लिए आईएमएम इंदौर ने जर्मन संघीय आर्थिक सहयोग और विकास मंत्रालय के डॉयचे गेसेलशाफ्ट फर इंटरनेशनेल जुसामेनरबीट जीएमबीएच ( जीआईजेड ) के साथ हाथ मिलाया है। आईआईएम इंदौर को कोरोना महामारी के असर पर अनुसंधान के लिए जर्मनी की इस निकाय से अनुसंधान के लिए लाखों डॉलर का ग्रांट भी मिला है।