आइडीए वर्तमान में लवकुश चौराहे पर सुपर कॉरिडोर व एमआर-10 को जोड़ते हुए मेट्रो ट्रैक के सामान्तर फ्लाई ओवर का निर्माण कर रहा है। भविष्य में इस चौराहे पर ट्रैफिक व्यस्तता और आगामी सिंहस्थ को देखते हुए आइडीए ने यहां पर इंदौर-उज्जैन रोड पर फ्लाय ओवर प्लान किया, यह फ्लाय ओवर वर्तमान के उपर से जाएगा। इसकी उंचाई करीब 66 फीट उंचाई लिए होगी। इसकी डिजाइन और एस्टिमेट तैयार कर दो बार टेंडर जारी किए। पहली बार में आईजेएम हैदराबाद ने टेंडर भरा था। सिंगल टेँडर होने से दोबारा कॉल किए गए।
उम्मीद कम की ज्यादा के आए इस बार दो कंपनियों ने रूचि दिखाई, लेकिन दोनों ने आइडीए की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अफसरों को उम्मीद थी, फूटीकोठी, लवकुश, खजराना की तरह इस बार भी एस्टिमेट से कम के टेंडर आएंगे। कंपनियों ने करीब 15 फीसदी ज्यादा कीमत मांगी। अहमदाबाद की जे मिस्त्री ने 167 व आइजेएम हैदराबाद ने 165 करोड़ का टेंडर भरा। दोनों तकनीकी व फाइनेंशियल कसौटी पर खरे नहीं उतरे हैं। अफसरों के अनुसार अब तीसरी बाद फिर टेंडर जारी किया जा रहा है।
गैर योजना मद में बनेगा सूत्रों के अनुसार यह डबल डेकर आइडीए की योजना क्षेत्र से अलग बना रहे हैं। इसलिए राशि की व्यवस्था गैर योजना मद से करना होगी। जानकारों का कहना है, इंदौर-उज्जैन रोड पर एमपीआरडीसी टोल वसूल रहा है। इसलिए सुविधा उसे देनी चाहिए। दूसरी बात भविष्य में सिंहस्थ मद से रोड के लिए राशि मांगी जा सकती है, ऐसे में आइडीए द्वारा इतनी बडी राशि का उपयोग फिलहाल दूसरे इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में किया जा सकता है।